ताजा खबर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 सितंबर। मध्यप्रदेश के सीधी के चार आरोपियों ने एक बोलेरो लूटकर बेचने के लिए एक जीप बुक कराई और रास्ते में ड्राइवर की हत्या कर दी। वे लूटी हुई जीप लेकर पहले से तय खरीदार के पास पाली पहुंच गए जहां वे पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
गौरेला क्षेत्र के कारिआम के जंगल में सड़क के किनारे 24 सितंबर को एक लाश पड़ी मिली। मृतक के सिर को पत्थर से कुचल दिया गया था और उसके दोनों हाथ पीछे से बंधे थे। बेलपत के फारेस्ट गार्ड सत्य प्रकाश मार्कों ने इसकी सूचना पेंड्रा थाने में दी। हत्या का मामला प्रतीत होने पर पुलिस ने तुरंत सक्रियता दिखाई। आसपास के थानों से जानकारी ली गई तो पता चला कि पाली की पुलिस ने चार संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से सीधी जिले के हैं, तथा चौथा कबाड़ का काम करने वाला यूपी का है जो इन दिनों पाली में व्यवसाय करता है। उनसे मध्यप्रदेश सीरिज की एक बोलेरो जीप भी जब्त की गई है। वे यहां आने का साफ कारण नहीं बता रहे हैं।
गौरेला और पाली पुलिस ने जब कड़ी पूछताछ की तो उन्होंने पूरी घटना का खुलासा कर दिया। आरोपी सीधी शहर के जनकपुर वार्ड में रहने वाले 24 वर्ष के पिंकू सिंह चौहान और प्रांशु सिंह चौहान के साथ एक नाबालिग ने बताया कि उन्होंने जीप को लूटने के इरादे से सीधी से बुक कराया था। आरोपी पिंकू का मामा जय सिंह राजपूत पाली, कोरबा में कबाड़ का काम करता है। उससे बात हुई थी कि चोरी की बोलेरो गाड़ी की वह अच्छी कीमत दे देगा। मृतक ड्राइवर शक्तिनगर सोनभद्र उत्तर प्रदेश के रहने वाला रमेश दास (45 वर्ष) है, जो सीधी में रहकर गाड़ी चलाता था। इन्होंने कोरबा के लिए जीप को बुक कराया और ड्राइवर के साथ पाली के लिए निकले। कारियाम के जंगल में फ्रेश होने के नाम पर उन्होंने गाड़ी खड़ी कराई और ड्राइवर को नीचे उतार लिया। उसके दोनों हाथ गमछे से बांधा और पीछे की सीट पर लगे हेडरेस्ट के कवर से उसका मुंह ढंक दिया। इसी हालत में उसे गाड़ी में बिठाकर 100 मीटर आगे ले गए और एक किनारे में गाड़ी रोककर उसके सिर को पत्थर से कुचलकर मार डाला। जब ड्राइवर की मृत्यु हो गई तो वे गाड़ी लेकर सीधे जयसिंह के पास पाली पहुंचे। आरोपियों ने उसे बताया कि ड्राइवर की उन्होंने हत्या कर दी है। तब जय सिंह ने चुपचाप 2.50 लाख रुपये लेकर निकल जाने की सलाह दी। इस लेनदेन के दौरान गश्त कर रही पुलिस की इन पर नजर पड़ गई। सभी को गाड़ी सहित थाने में बुला लिया गया। इधर गौरेला पुलिस से भी संदिग्धों के बारे में सूचना आ चुकी थी। विधि से संघर्षरत बालक को किशोर न्यायालय में तथा शेष आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।