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राजस्थान कांग्रेस में घमासान बढ़ा, CM के चुनाव को लेकर विधायकों ने रखी शर्तें
26-Sep-2022 1:52 PM
राजस्थान कांग्रेस में घमासान बढ़ा, CM के चुनाव को लेकर विधायकों ने रखी शर्तें

राजस्थान कांग्रेस में छिड़ा घमासान बढ़ता जा रहा है. नए मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर पार्टी विधायकों की बैठक नहीं हो सकती.

दिल्ली से पर्यवेक्षक बनकर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने विधायकों से एक-एक कर मुलाक़ात करने का भी ऑफर दिया लेकिन विधायकों ने अलग-अलग गुट में मुलाक़ात की बात कही.

कोई ठोस रणनीति न बन पाने की वजह से खड़के और माकन दिल्ली लौट रहे हैं.

अजय माकन ने मीडिया से बातचीत मेंबताया कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सहमति से उनके आवास में रखी गई थी. और उनकी सुविधा के हिसाब से समय भी रखा गया था. लेकिन विधायक बैठक के लिए राजी नहीं हुए.

उन्होंने कहा, ‘‘जो विधायक बैठक में नहीं आए उन्हें हम लगातार कह रहे थे कि आप आइए और हम अलग-अलग सबकी बात सुनने को तैयार हैं. खड़गे जी और हम, सब की बात सुनेंगे और हम कोई फ़ैसला नहीं कर रहे हैं. हम सब की बात सुनेंगे एक-एक करके और दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को बताएंगे. हमें यही निर्देश हैं.’’

माकन ने बताया कि इसके बाद विधायक शांती धारीवाल, डॉ. सीपी जोशी और प्रताप सिंह खचारियावास उनसे मुलाक़ात के लिए पहुंचे. उन्होंने उनके सामने तीन शर्तें रखीं.

अजय माकन ने बताया कि उनकी शर्तों में पहली शर्त यह थी कि, ‘‘मुख्यमंत्री कौन होगा, यह फ़ैसलाकांग्रेस अध्यक्ष के ऊपर छोड़ना है तो रेजोल्यूशन पास किया जाए लेकिन इसका फ़ैसला 19 अक्टूबर के बाद हो.’’

विधायकों की शर्तें क्या हैं?

दरअसल, अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तकरार लंबे समय से चल रही है. गहलोत से नाराज़ सचिन पायलट ने सरकार के सभी पदों से इस्तीफ़ा दे दिया था और कहा था कि वो पार्टी के लिए काम करेंगे.

अब अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में उम्मीदवारी की इच्छा जताई है. ऐसे में अगर कांग्रेस के विधायक और अशोक गहलोत चाहते हैं कि सीएम के चुनाव को लेकर रेजोल्यूशन पास किया जाए और फैसला 19 अक्टूबर के बाद हो तो अशोक गहलोत के अध्यक्ष बनने की स्थिति में यह मामला और तूल पकड़ सकता है.

अजय माकन ने कहा, ‘‘अगर वो अध्यक्ष बन जाते हैं तो अपने ही रेजोल्यूशन के ऊपर खुद को ही एंपावर करेंगे तो इससे बड़ा कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट नहीं हो सकता.’’

माकन ने कहा, "इसके अलावा विधायकों ने शर्त रखी है कि जिन 102 विधायकों ने पहले गहलोत का समर्थन किया था उन्हीं में से एक को मुख्यमंत्री चुना जाए, सचिन पायलट या उनके समर्थक विधायकों में से न चुना जाए."

अजय माकन ने कहा कि विधायक अपनी शर्तों के आधार पर रेजोल्यूशन चाहते हैं. कांग्रेस के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि शर्तों के आधार पर रेजोल्यूशन पास हो. विधायकों का पार्टी की आधिकारिक बैठक में न आना अनुशासनहीनता है.

वहीं, जोधपुर में सचिन पायलट के समर्थन में होर्डिंग लगाए गए हैं.

सचिन पायलट के समर्थन में लगे पोस्टर पर लिखा है, ‘‘सत्यमेव जयते, नए युग की तैयारी’’. (bbc.com/hindi)

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