कारोबार
न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. श्वेता छाबड़ा ने फूड पिरामिड और कलर सिग्नलों के जरिए खाने और न खाने वाले अलग-अलग फूड्स के बारे में बताया
रायपुर, 30 सितंबर। रायपुर की प्रतिष्ठित न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. श्वेता छाबड़ा ने बताया कि हर साल 1 से 30 सितंबर तक पूरे देश में पोषण आहार माह के रूप में मनाया जाता है। इसी कड़ी में कोपलवाणी चाइल्ड वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन के द्वारा मुक बधिर बच्चों के लिए पोषण आहार माह का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में डॉ श्वेता छाबड़ा मुख्य अतिथि रही जिन्होंने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर कोपलवाणी के प्रबंधक श्रीमती पदमा, प्रीति और दुर्गा महाविद्यालय के शिक्षक भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डॉक्टर श्वेता छाबड़ा ने बच्चों को पोषण आहार की जानकारी साझा की साथ ही इन बच्चों के साथ खेल खेल में फूड पिरामिड और कलर सिग्नल के जरिए रोज के खाने में आने वाले पौष्टिक आहार सब्जी और फलों के बारे में बताया।
डॉ. छाबड़ा ने बताया कि ट्रैफिक सिग्नल की तरह लाल हरा और पीले रंग के सिग्नल बोर्ड बनाकर कोपलवाणी के दिव्यांग बच्चों को भोजन आहार के संबंध में जानकारी दी जैसे लाल रंग में रुकना है हरे रंग में चलना है इसी तरह रोजमर्रा के भोजन में उपयोग आने वाले हरी सब्जियों फलों को हरे रंग से दर्शाया और ना खाने वाली जंक फूड को लाल रंग से दर्शाया गया।
डॉ. छाबड़ा ने बताया कि इस कार्यक्रम में कोपलवाणी के बच्चों ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया और खेल खेल में ही पोषक आहार और स्वच्छता के बारे में जाना। कोपलवाणी के शिक्षकों ने इन बच्चों को सांकेतिक भाषा के जरिए इन्हें समझाया। पोषण आहार के इस कार्यक्रम में 80 से अधिक बच्चों का वजन और ऊंचाई की जांच भी की गई।