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नयी दिल्ली, 4 अक्टूबर। देश के शीर्ष आठ शहरों में इस साल जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान घरों की औसत कीमतों में सालाना आधार पर तीन ने 10 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई। वहीं संपत्तियों की मांग बढ़ने से कार्यालय स्थल के किराये में 13 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई।
संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया ने की रिपोर्ट ‘भारतीय रियल एस्टेट- कार्यालय और आवास बाजार जुलाई-सितंबर-2022’ में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु में 2022 कैलेंडर वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान औसत आवास मूल्य के साथ औसत कार्यालय किराये में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई।
प्राथमिक आवास बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई-सितंबर तिमाही में बेंगलुरु में घरों की औसत कीमत 10 प्रतिशत बढ़कर 5,428 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 4,928 रुपये प्रति वर्ग फुट थी।
वहीं दिल्ली-एनसीआर के बाजार में भी घरों की कीमत आठ प्रतिशत बढ़कर 4,489 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई।
आंकड़ों के अनुसार, मुंबई, पुणे, चेन्नई और हैदराबाद में आवासीय संपत्तियों की औसत कीमत में छह प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह क्रमश: 7,170 रुपये प्रति वर्ग फुट, 4,250 रुपये प्रति वर्ग फुट, 4,300 रुपये प्रति वर्ग फुट और 4,977 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई।
कोलकाता में आवास कीमतें चार प्रतिशत बढ़कर 3,350 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जबकि अहमदाबाद में औसत मूल्य तीन प्रतिशत बढ़कर 2,885 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया।
नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार, देश के शीर्ष आठ शहरों में इस साल की तीसरी तिमाही में घरों की बिक्री 15 प्रतिशत बढ़कर 73,691 इकाई हो गई। एक साल पहले की समान तिमाही में कुल 64,010 घर बेचे गए थे। वहीं जनवरी-सितंबर के दौरान बिक्री 40 प्रतिशत बढ़कर 2,32,396 पहुंच गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल अर्थव्यवस्था के खुलने और कर्मचारियों की कार्यस्थल पर धीरे-धीरे वापसी के साथ कार्यालय स्थल की बेहतर मांग से भी किराये में वृद्धि हुई है। (भाषा)