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दशहरा रैली में बेटे का नाम लेने के लिये शिवसेना सांसद ने उद्धव ठाकरे को आड़े हाथों लिया
07-Oct-2022 9:22 AM
दशहरा रैली में बेटे का नाम लेने के लिये शिवसेना सांसद ने उद्धव ठाकरे को आड़े हाथों लिया

मुंबई, 7 अक्टूबर। शिवसेना के बागी सांसद श्रीकांत शिंदे ने बृहस्पतिवार को पार्टी के दूसरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा बुधवार को दशहरा रैली में भाषण के दौरान उनके डेढ़ साल के बेटे का नाम लेने पर पर आपत्ति जताई और पूछा कि क्या एक बच्चे को लक्षित करना उनके हिंदुत्व के अनुकूल है।

श्रीकांत शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे हैं और ठाणे जिले की कल्याण लोकसभा सीट का लोकसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं।

विजयदशमी के अवसर पर बुधवार को शिवसेना के दोनों गुटों - ठाकरे की अगुवाई वाला धड़ा और मुख्यमंत्री शिंदे के नेतृत्व वाले गुट- ने दशहरा रैलियां कीं और एक दूसरे पर हमला बोला।

अपने भाषण के दौरान, ठाकरे ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उनके बेटे (श्रीकांत) को ढीठ बताया और कहा कि उनके पोते रुद्रांश (डेढ साल) की नजर पार्षद के पद पर है। ठाकरे ने शिंदे को मंत्री बनाने, विभिन्न पद दिये जाने और और उनके बेटे (श्रीकांत शिंदे) को सांसद बनाये जाने के बावजूद, मुख्यमंत्री पर उन्हें (ठाकरे को) "धोखा देने" का आरोप लगाया।

फेसबुक पर पोस्ट एक खुले पत्र में शिंदे ने कहा कि शिवसेना के दिवंगत संस्थापक बाल ठाकरे अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ हमलावर रहते थे लेकिन उन्होंने कभी ऐसी ओछी टिप्पणी नहीं की।

 

उन्होंने पूछा, ‘‘हिंदुत्व पर आपने जो विचार साझा किये हैं क्या आप उसे समझते हैं । मैं आपसे एक बात पूछना चाहता हूं कि डेढ़ साल के बच्चे का नाम घसीटना क्या आपके हिंदुत्व के अनुकूल है ।’’

श्रीकांत शिंदे ने ठाकरे को फटकार लगाते हुए पूछा कि पूर्व मुख्यमंत्री एक बच्चे के खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘उद्धव जी, मेरे पिता राज्य के मुख्यमंत्री हैं और मैं सांसद हूं, लेकिन अंतत: हम हाड़-मांस से बने इंसान हैं, जिनमें खून और भावनाएं हैं। आपको पता भी है कि आपके कल के बयान से हमारा परिवार कितने सदमे में है ...आपने कल जो कहा, उसे सुनकर, बच्चे की मां और दादी को कितनी तकलीफ पहुंची। दोनों की आंखों में आंसू भर गए।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘वे सोच रही हैं कि एक राजनेता बच्चे के बारे में ऐसी बातें कैसे कह सकता है... मेरे पास जवाब नहीं है। क्या कोई सभ्य और संवेदनशील व्यक्ति ऐसा कह सकता है...जिस परिवार के लिए हमने जान दी, हमारे लिए कितना तकलीफदेह है कि उसी परिवार का एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हमारे बच्चे के बारे में ऐसी टिप्पणी कर रहा है।’’

श्रीकांत ने सवाल किया, ‘‘उद्धव जी, आप भी भविष्य में दादा बनेंगे... फिर अगर आपके पोते के बारे में अगर कोई वही कहे, जो आज आपने कहा है तो आपके और आपके परिवार पर क्या बीतेगी ।’’

इस बीच एकनाथ शिंदे को आड़े हाथों लेते हुये, शिवसेना प्रवक्ता मनीषा कायंडे ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने बिना किसी तैयारी के भाषण दिया, जबकि शिंदे एक घंटे 28 मिनट तक अपना ‘भाषण’ पढ़ते रहे।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने भी मुख्यमंत्री का नाम लिये बगैर उन पर हमला बोला। (भाषा)

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