खेल
ईरान की फ़ुटबॉल टीम के कप्तान एहसान हजसफ़ी ने देश के भीतर चल रहे विरोध प्रदर्शनों पर अपनी राय रखी है.
ईरान में बीते कुछ महीनों से सरकार के ख़िलाफ़ हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं.
आज फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप में ईरान और इंग्लैंड के बीच मैच हो रहा है.
इस मैच से पहले कप्तान एहसान हजसफ़ी ने कहा, "हमें ये स्वीकार करना पड़ेगा कि हमारे देश में हालात ठीक नहीं है और हमारे लोग प्रसन्न नहीं हैं."
उन्होंने कहा कि वे प्रदर्शनों में मरने वालों का समर्थन करते हैं.
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का दावा है कि अब तक ईरान में हुए प्रदर्शनों में 400 से अधिक लोग मारे गए हैं. सुरक्षा बलों ने अब तक 16,800 लोगों को गिरफ़्तार किया है.
ईरान के नेता प्रदर्शनों को दंगा बताते रहे हैं और उनके लिए विदेशी ताक़तों को ज़िम्मेदार ठहराते रहे हैं.
ये पहली बार है कि जब ईरान के किसी शीर्ष खिलाड़ी ने प्रदर्शनकारियों के हक़ में बयान दिया हो.
उन्होंने प्रेस वार्ता के शुरू में कह दिया, "कुछ भी कहने से पहले बता दूँ कि मैं ईरान में मरने वालों को श्रृद्धाजंलि देता हूँ. उनके परिजनों को बताना चाहता हूँ कि हम उनके साथ हैं. मैं उनका समर्थन करता हूँ और उनसे सहानुभूति रखता हूँ." (bbc.com/hindi)