कारोबार
रायपुर, 26 नवंबर। सृजन हीे जीवन है, सृजन से ही सृष्टि है, सृजन के द्वारा ही बहुमुखी प्रतिभा से परिचय होता है। अपनी इसी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए विद्यार्थियों ने प्रगति महाविद्यालय में ‘‘बेस्ट आऊट आफ वेस्ट‘‘ प्रतियोगिता के तहत प्रतियोगियों ने विचार वृक्ष, वाटर फॉल, कृष्ण का झुला, सैनेटाइजर मशीन, वॉल हैंडिग।
जेट विमान, गिटार, गांधी जी का चरखा, एटीएम मशीन, दिया स्टैंड, गुलदस्ता, गणेश जी की प्रतिमा, झॉलर, प्लांट, वेस्ट पेपर और माचिस की तिली एवं पुेे से वॉल हैन्डिग बनाया गया।
पुरानी पेपर एवं कार्ड बोर्ड एं वाटर कलर से कुतुम मिनार बनाया गया। पुरानी बॉटल एवं लकड़ी और रंगीन पेपर से सफाई झाडू बनाया गया। मिट्टी का द्यड़ा एवं ऑइल पेंट से प्लांट बनाया गया। डीवीडी कैसेट एवं रंगीन पेपर से श्री गणेश जी की प्रतिमा बनाया गया।
सुखा पत्ता और पॉलीथीन एवं लकड़ी,स्टोन से गुलदस्ता बनाया गया। इस अवसर पर निर्णायकगण श्री राज किरण कोधारी एवं श्रीमती स्वाति परमानंद रहीं।
द्वितीय कड़ी में काव्य जीवन की सुख-दुख, आशा-निराशा सभी प्रकार की अभिव्यक्ति का माध्यम है। काव्य है तो जीवन है, काव्य के माध्यम से व्यक्ति अपनी मार्मिक अभिव्यक्ति प्रस्तुत करता है। विद्यार्थियों ने विविध विषयों में काव्य पाठ करते हुए अपने विलक्षण प्रतिभा का प्रदर्शन किया जो अद्वितीय था।
मेरा बचपन कविता के माध्यम से अपने बचपन का अनुभव सुनाया। एक मां की अपनी युवा होती लडक़ी के प्रति अभिव्यक्ति सुभद्राकुमारी चौहान की कविता सुनायी, देश प्रेेम के बारे में कविता सुनाया गया, कभी लिस्ट नहीं बनाना, देश को कैसे बचाए, हमारे छत्तीसगढ़, फूलो से नित हंसन सीखो, लड़कियो की जिंदगी आसान नहीं, भूमि के बारे में , मेरे शब्दों में वही सफलता है, आदि कइ तरह के कविता पाठ से विद्यार्थियों ने सबके मन में जागृति पैदा कर दी। इस अवसर पर निर्णायकगण श्री राहुल कसार जी एवं श्री पुष्पराज गुप्ता रहे।
इस अवसर में प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर ने विद्यार्थियों के इस कला एवं हुनर को भविष्य में आगे बढ़ाने की बात की और कविता लिखने और बोलने की शैली के विकास हेतु मार्ग निर्देशित किया।
इस अवसर में कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यार्थियों एवं प्राध्यापको की साराहरनीय भूमिका रही। जिसमें सभी विभागों के विभागाध्यक्ष एवं समस्त समूह प्रभारी उपस्थित थे, जिन्होनें कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया।
प्राचार्य