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Vishnu Narayan
-विष्णु नारायण
बिहार के कुढ़नी में आज सीएम नीतीश कुमार के संबोधन के दौरान बखेड़ा खड़ा हो गया, जब सीटीईटी-बीटीईटी अभ्यर्थी और राजद-जदयू के समर्थकों के बीच कुर्सियाँ चलने लगीं.
सीएम और डिप्टी सीएम के सभा स्थल पर आते ही सीटीईटी-बीटीईटी अभ्यर्थी विज्ञप्ति की डिमांड कर रहे थे. वो विज्ञप्ति से संबंधित तख़्ती लहरा रहे थे लेकिन तेजस्वी यादव के संबोधन के बाद और सीएम के संबोधन शुरू करते ही उन पर कुर्सियाँ चलने लगीं. उन्हें पीछे की ओर खदेड़ दिया गया और तितर-बितर कर दिया गया.
महागठबंधन समर्थक ऐसा कहते देखे-सुने गए कि इन्हें (सीटीईटी-बीटीईटी अभ्यर्थियों) को बहुत देर से शांत रहने को कहा जा रहा था लेकिन वे मान ही नहीं रहे थे.
सीएम जब अपने संबोधन में आगे बढ़े तो उन्होंने सीटीईटी-बीटीईटी अभ्यर्थियों को लक्षित करते हुए कहा कि वे जाने कहाँ चले गए? उन्होंने कहा कि उन्हें अभ्यर्थियों का पूरा ख़्याल है. इसके लिए उन्होंने शिक्षा मंत्री से भी बात की है, लेकिन चुनावी सभा से ऐसी कोई बात नहीं की जा सकती जो आचार संहिता के ख़िलाफ़ चली जाए.
भाजपा का साथ छोड़ने और महागठबंधन का हिस्सा बनने के बाद आज कुढ़नी में सीएम नीतीश कुमार की यह पहली चुनावी सभा थी, और इस सभा में न सिर्फ़ सीटीईटी-बीटीईटी अभ्यर्थी अपनी बात कहते दिखे बल्कि सीएम नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति और ताड़ी प्रतिबंध के ख़िलाफ़ भी लोग प्रदर्शन करते दिखे.
प्रदर्शनकारियों में महिलाएँ भी अच्छी संख्या में थीं. उनका कहना था कि ताड़ी के कारोबार से जुड़े पासी समुदाय को प्रशासन बहुत तंग करती है, और सीएम की नीरा नीति पूरी तरह से फेल है. (bbc.com/hindi)