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रायपुर, 4 दिसंबर। कार्यक्रम के तहत आज सातवें दिन में सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘‘नृत्य प्रतियोगिता‘‘ का आयोजन किया गया। भारतीय एवं पाश्चात्य संगीत की अनोखी मिसाल प्रस्तुत करते हुए विद्यार्थियों ने भारत की सांस्कृतिक एकता एवं रा-ुनवजयट्रीय एकता का एक अद्वभूत उदाहरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर ने विद्यार्थियों को -रु39याुभकामनाएं देते हुए कहा कि अंग प्रत्यंगों के संचालन एवं गीतों के माध्यम से नृत्य प्रस्तुत किए जाते हैंं, जो कि विलक्षण प्रतिभा की उत्कृ-ुनवजयट प्रस्तुति है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अनेकता में एकता का संदेश देते हुए भारत के विविध प्रांतों के नृत्यों की अनोखी मिसाल रखी। प्रतियोगिता चार ग्रुप में रखा गया है । जिसमें सभी ग्रुपप से विद्यार्थियों ने कई तरह के गाने पर डांस किया जो डांस गाने के बोल है- ओ लडक़े कहा से आया है तु , अरे सामी सामी बलम सामी, ओ छोकरा जवां रे जवां रे, डोल बाजे ओ डोल बाजे रे, मुकाबला मुकाबला औ लेला, मैने पायल है छनकाई तु आ जा औ हरजाई, चुरा के मन मेरा कहा चली, छत्तीसगढ़ी गाने में मनमोहक प्रस्तुति दी गइ।