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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर/रायपुर, 4 दिसंबर। भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को वोटिंग होगी। इसकी सारी तैयारी हो चुकी है। अति संवेदनशील मतदान केन्द्रों में बड़ी संख्या में पुलिस, और सुरक्षाबल के जवानों की तैनाती की गई है। इससे परे कांग्रेस, और भाजपा के नेताओं ने रात तक गांवों में दस्तक देकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की है।
चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से आए नेताओं ने कांकेर में डेरा डाल दिया है। कांकेर के सभी होटल, और धर्मशाला पूरी तरह भरे पड़े हैं। वैसे तो आधा दर्जन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस की सावित्री मंडावी, भाजपा के ब्रम्हानंद नेताम के बीच ही है। सर्व आदिवासी समाज (पोटाई) समर्थित प्रत्याशी अकबर राम कोर्राम ने चुनाव में मुकाबला त्रिकोणीय करने की भरसक कोशिश की, लेकिन आखिरी के दो दिन में वो मुख्य मुकाबले से बाहर नजर आए।
सावित्री मंडावी के लिए सरकार के विशेषकर आदिवासी मंत्री कवासी लखमा, अनिला भेडिय़ा, डॉ. प्रेमसाय सिंह ने भी खूब मेहनत की है। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भी आखिरी तक प्रचार में डटे रहे। देर रात तक कांग्रेस के नेता मतदान के लिए लोगों को प्रेरित करने की रणनीति पर चर्चा करते रहे। स्थानीय प्रमुख नेताओं को बूथवार जिम्मेदारी दे दी गई है। चुनाव प्रबंधन में कांग्रेस काफी आगे दिख रही है। कांग्रेस के रणनीतिकारों को उम्मीद है कि पिछले चुनाव से ज्यादा अंतर से जीत हासिल होगी। मनोज मंडावी पिछले चुनाव में 27 हजार वोटों से जीत हासिल की थी।
दूसरी तरफ, दिग्गज प्रमुख नेताओं के क्षेत्र से बाहर जाते ही भाजपा का प्रबंधन लडख़ड़ाते दिख रहा है। चुनाव संचालक पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांकेर में डेरा डालकर बूथवार कार्यकर्ताओं की तैनाती सुनिश्चित करने में जुटे रहे। प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव, और अन्य नेता भी वहां डटे हुए हैं। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने शनिवार को दौरा किया। चारामा में उन्होंने स्थानीय नेताओं से पार्टी की स्थिति को लेकर जानकारी ली है। कुछ जगहों पर शिकायतें भी रही है। इसके बावजूद अच्छी टक्कर देने का दावा किया जा रहा है।
82 मतदान केन्द्र संवेदनशील
चुनाव कराने के लिए रविवार सुबह से मतदान दलों की रवानगी शुरू हुई। आज सुबह 7 बजे से पोलिंग पार्टियों को सामग्री का वितरण शुरू हुआ। भानुप्रतापपुर उपचुनाव में 256 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 11 सौ से अधिक कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। 256 में से 82 मतदान केंद्र संवेदनशील के दायरे में है, जबकि 17 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील के अंतर्गत आते हैं। इसे देखते हुए पुलिस और सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। मतदान के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। भानुप्रतापपुर विधानसभा में 1 लाख 95 हजार 822 मतदाता हैं, जिसमें महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है।