ताजा खबर

अम्बिकापुर अस्पताल में चार नवजात की मौत, हडक़ंप
05-Dec-2022 2:32 PM
अम्बिकापुर अस्पताल में चार नवजात की मौत, हडक़ंप

स्वास्थ्य मंत्री हेलिकॉप्टर से पहुंचे, परिजनों का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 5 दिसंबर।
राजमाता देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर के मातृ शिशु अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में बीती रात 4-5 घंटे के भीतर 4 नवजात बच्चों की मौत से स्वास्थ्य महकमा व प्रशासन में हडक़ंप मच गया। वही बच्चों की मौत से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज परिसर उनके परिजनों के चीख-पुकार से दहल उठा।

परिजनों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज के मातृ शिशु अस्पताल में बीती रात 4 घण्टे लाइट गोल होने से बच्चों की मौत हुई है। सूचना पर अस्पताल में घंटों तक कर्मचारी व चिकित्सकों से बातचीत कर व जांच उपरांत बाहर निकले सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीती रात पैनल जल जाने से लाइट की दिक्कत हुई थी पर इसके कारण किसी की जान नहीं गई है।
 एसएनसीयू वार्ड में बिजली नहीं थी इस तरह की कोई भी स्थिति निर्मित नहीं हुई है। वेंटिलेटर ऑनलाइन कनेक्ट रहता है अगर ऐसा हुआ होगा तो जांच में पता चल जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि 4 बच्चों की मौत चार 5 घंटे के अंदर हुई है। जिन बच्चों की मौत हुई है उनकी पहले से क्रिटिकल कंडीशन थी, लाइट गोल होने से वेंटिलेटर बंद होने जैसी कोई बात नही है, वेंटीलेटर जीपीएस से कनेक्ट रहता है और वह बंद नहीं हुआ है।

मेडिकल कॉलेज के डीन रमनेश मूर्ति ने कहा कि बिजली की समस्या थी पर वेंटिलेटर पर इसका असर नहीं हुआ है, बैकअप के लिए हमारे पास यूपीएस व जनरेटर है। जिन बच्चों की मौत हुई है उन्हें जन्मजात सांस लेने,हार्ट की समस्या,खुन में इन्फेक्शन व अलग-अलग तरह की परेशानी थी जिनके कारण उनकी मौत हुई है। श्री मूर्ति ने कहा कि उपचार में कोई कमी नहीं हुई है।सभी 4 बच्चों की मौत सुबह 5.30 से 8.30 के बीच हुई है।

दो और बच्चों की स्थिति गंभीर है बाकी मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
अस्पताल में परिजनों ने आरोप लगाया कि रात 11 बजे लाइट गोल हुई,इलेक्ट्रीशियन आया लाइट बनाया तो मेडिकल कॉलेज के शेष हिस्से में तो लाइट आ गई थी पर एसएनसीयू वार्ड का लाइट नहीं आ पाया था। रात 3बजे लाइट आई है।परिजनों ने यह भी कहा कि रात को मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी बैकअप बंद हो जाने के कारण जनरेटर चालू नहीं होने की बात कह रहे थे। परिजनों का आरोप है कि लाइट गोल होने के बाद एसएनसीयू में भर्ती उनके बच्चे की स्थिति बिगड़ गई और उनकी मौत हो हुई है।चिकित्सक बच्चों के मौत का समय जानबूझकर सुबह का होना बता रहे हैं जबकि उनकी मौत रात में ही हो गई थी।आज सुबह जैसे ही यह खबर फैली अस्पताल प्रबंधन सहित प्रशासनिक अधिकारियों में हडक़ंप मच गया। जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा एसडीएम एसएनसीयू वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे थे।वहीं अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों द्वारा मृत बच्चों की हालत पहले से गंभीर होने की बात कही गयी जिसे मृत बच्चों के परिजनों ने पूरी तरह से नकार दिया है।

इन बच्चों की हुई है मौत
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में नवजात बच्ची नेहा आत्माज राज मलिक निवासी धंधापुर बलरामपुर, बुलबुल सिंह आत्मज गौरव सिंह विश्रामपुर जिला सूरजपुर, रितु एक्का आत्मज प्रदीप बलरामपुर जिला, देव कुमारी आत्मज विकास गोविंदपुर प्रतापपुर जिला सूरजपुर की मौत हुई है।

जांच टीम गठित की गई है-टी एस सिंह देव
मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर में 4 बच्चों की मौत को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि चार बच्चों की मौत की जानकारी उन्हें सुबह 10 बजे प्राप्त हुई है,इसके बाद वह विभागीय प्रमुख व सेक्रेटरी से बोलकर जांच टीम गठित किए हैं। कहां कमियां हुई इसकी जांच पड़ताल चल रही है और कड़ी कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं। सिंहदेव ने कहा कि परिजनों से भी जानकारी ली जाएगी और जरूरत पडऩे पर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल, इस खबर के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव हेलीकॉप्टर से अंबिकापुर पहुंचे और मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंच जायजा ले रहे थे।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news