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जेनिन शरणार्थी शिविर (वेस्ट बैंक), 26 जनवरी। इजराइली सेना द्वारा बृहस्पतिवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक के टकराव वाले क्षेत्र में छापेमारी के दौरान की गई गोलीबारी में 60 वर्ष की एक महिला सहित कम से कम नौ फलस्तीनी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। यह जानकारी फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी।
यह संघर्ष उस समय हुआ जब इजराइली सेना ने जेनिन शरणार्थी शिविर में दिन के समय एक अभियान चलाया। इजराइली सेना ने कहा कि उक्त अभियान इजराइलियों के खिलाफ एक आसन्न हमले को रोकने के लिए था।
यह शरणार्थी शिविर वेस्ट बैंक में चरमपंथियों का एक गढ़ है और यह लगभग एक साल से इजराइल की कार्रवाई का केंद्र बना हुआ है।
मृतकों में से कम से कम एक की पहचान फलस्तीनियों ने एक चरमपंथी के रूप में की, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि कितने अन्य सशस्त्र समूहों से जुड़े थे।
इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने एक सुरक्षा ब्रीफिंग के बाद कब्जे वाले वेस्ट बैंक में और गाजा पट्टी के साथ इजराइल की सीमा पर हाई अलर्ट का निर्देश दिया।
इजराइलियों और फलस्तीनियों के बीच तनाव बढ़ गया है क्योंकि फलस्तीनी हमलों के बाद इजराइल ने वेस्ट बैंक में रात के छापे शुरू किए थे। इस महीने संघर्ष तेज हुआ है, क्योंकि इजराइल की धुर-दक्षिणपंथी सरकार सत्ता में आयी और उसने फलस्तीनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का संकल्प लिया।
हिंसा में वृद्धि के बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में आने वाले हैं। उम्मीद है कि वह ऐसे कदमों पर जोर देंगे जिनसे फ़लस्तीनियों का जीवन सुगम होगा।
फलस्तीनी मीडिया द्वारा प्रकाशित तस्वीरों में एक दो मंजिला इमारत की जली हुई बाहरी दीवारें और एक सड़क पर बिखरा हुआ अन्य मलबा दिख रहा है। सेना ने कहा कि वह उन विस्फोटकों को निष्क्रिय करने के लिए इमारत में दाखिल हुई, जिसके बारे में कहा गया कि इसका इस्तेमाल संदिग्धों द्वारा किया जा रहा था।
तीन घंटे के अभियान के बाद सैनिकों के क्षेत्र से हटने के बाद, कई कारें पलटी हुई थीं, उनके शीशे और खिड़कियां टूटी हुईं थीं।
फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री मे अल-कैला ने कहा कि पैरामेडिकल कर्मी संघर्ष के बीच घायलों तक पहुंचने के लिए संघर्षरत थे। वहीं जेनिन के गवर्नर अकरम राजौब ने कहा कि सेना ने आपातकालीन सेना के कर्मियों को घायलों को वहां से निकालने से रोका।
दोनों अधिकारियों ने सेना पर एक अस्पताल के बाल चिकित्सा वार्ड में आंसू गैस के गोले दागने का आरोप लगाया, जिससे बच्चों का दम घुटने लगा। अस्पताल के वीडियो में महिलाओं को बच्चों को अस्पताल के कमरों से बाहर और गलियारे में ले जाते हुए दिखाया गया है।
सेना ने कहा कि बलों ने अपने अभियान को सुविधाजनक बनाने के लिए सड़कों को बंद कर दिया और हो सकता है कि उससे बचाव दल को घायलों तक पहुंचने के प्रयासों में कठिनाई हुई हो। सेना ने कहा कि लगता है कि आंसू गैस आसपास की झड़प वाली जगह से अस्पताल में आ गई होगी।
जेनिन अस्पताल ने मारी गई महिला की पहचान माग्दा ओबैद के रूप में की है और इजराइली सेना ने कहा कि वह उसकी मौत की खबरों की पड़ताल कर रही है।
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले मृतकों में से एक की पहचान 24 वर्षीय साएब अज़रीकी के रूप में की थी, जिसे गोली लगने के बाद गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था और उसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।
फ़तह से संबद्ध एक सशस्त्र मिलिशिया समूह अल-अक्सा मार्टर्स ब्रिगेड ने मृतकों में से एक की पहचान इज़्ज़ अल-दीन सलाहात के तौर पर की जो लड़ाका था। मंत्रालय ने कहा कि कम से कम 20 लोग घायल हुए हैं।
फलस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने तीन दिनों के शोक की घोषणा की और झंडे को आधा झुकाने का आदेश दिया। फ़लस्तीनी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आवाज़ उठाने का आह्वान किया। (एपी)