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इसराइल के क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में इसराइली सेना की छापेमारी में नौ फ़लस्तीनियों की मौत हुई है. बीते 20 साल में वेस्ट बैंक के जनीन कैंप पर इसराइल की ये सबसे भयंकर रेड है.
61 साल की एक महिला भी मारे गए लोगों में शामिल है.
इसराइली सेना का कहना है कि उसके सैनिक एक “इस्लामिक जिहादी” को गिरफ़्तार करने गए थे जो “एक बड़े आतंकवादी हमले की तैयारी” कर रहा था.
वहीं फ़लस्तीनी क्षेत्र ने इसे ‘नरसंहार’ बताया है और कहा है कि इस घटना ने सुरक्षा के मुद्दे को लेकर इसराइल के साथ जो भी थोड़ी-बहुत समन्वय की गुंजाइश थी, उसे भी ख़त्म कर दिया है.
इन नौ के अलावा दसवां फ़लस्तीनी यरुशलम के पास पास अल-राम शहर में इसराइली सैनिकों के साथ हुए टकराव में मारा गया. यहां जनीन रेड में मारे गए नौ लोगों की मौत के विरोध में प्रदर्शन किए जा रहे थे.
हाल में वेस्ट बैंक में तनाव बढ़ा है क्योंकि इसराइली सेना का कहना है कि वह इस इलाके में ‘आतंकवाद -विरोधी’ हमले कर रही है.
गुरुवार की सुबह शहरी जनीन रिफ़्यूजी कैंप में ज़बरदस्त गोलीबारी और धमाके की आवाज़ें गूंज रही थीं. फ़लस्तीनी क्षेत्र और इसराइल की सेना के बीच तीन घंटे तक ये मुकाबला चलता रहा.
फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने मारे गए लोगों में से तीन की पहचान 61 साल की मगदा ओबैद, 24 साल के साएब इज़रेकी, और 26 साल के इज़ीदीन सलाहत के रूप में की है. इस छापेमारी में बीस लोग घायल भी हो गए, जिनमें से चार की हालत गंभीर है.
इसराइल डिफ़ेंस फ़ोर्स का कहना है कि उसके सैनिक एक इस्लामिक जिहादी ‘आतंकवादी दस्ते’ को पकड़ने गए थे जो ‘इसराइल में हुए कई आतंकवादी हमले’ में शामिल रहा है.
उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने एक इमारत को घेर लिया और तीन सशस्त्र संदिग्धों को मार गिराया गया, जबकि चौथे संदिग्ध ने आत्मसमर्पण कर दिया.
इसराइली सेना का कहना है कि जो संदिग्ध मारे गए हैं वो फ़लस्तीनी गोलियों से ही मरे हैं, जब वे लोग गोलियां चला रहे थे उसी दौरान ग़लत निशाना लगने के कारण फ़लस्तीनी लोग मारे गए. (bbc.com/hindi)