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'बिजनेस स्टैंडर्ड' की रिपोर्ट के मुताबिक़ अदानी इंटरप्राइज़ेज़ ने साफ़ किया है कि वो अपने एफ़पीओ की क्लोज़िंग डेट आगे नहीं बढ़ाएगी और न ही इश्यू प्राइस घटाएगी. दरअसल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का इस एफ़पीओ पर असर दिख रहा था.
शुक्रवार को इश्यू खुलने के बाद इसे एक फ़ीसदी से भी कम सब्सक्रिप्शन मिला था. इसके बाद से ही मीडिया में क्लोजिंग डेट आगे बढ़ाने और इश्यू प्राइस घटाने की ख़बरें आ रही थीं. लेकिन अदानी इंटरप्राइज़ेज़ ने इसका खंडन किया है.
कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा, "अदानी इंटरप्राइज़ेज़ का एफ़पीओ अपने निर्धारित शेड्यूल और पूर्व निर्धारित प्राइस बैंड पर ही चल रहा है."
दरअसल, अदानी ग्रुप की सात कंपनियां शेयर में लिस्टेड हैं, लेकिन मंगलवार को फोरेंसिक ऑडिट फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद इनमें 20 से 25 फ़ीसदी की गिरावट आई है. ग्रुप का 40 लाख करोड़ से ज़्यादा मार्केट कैपिटलाइजेशन ख़त्म हो गया है. ऐसे में एफ़पीओ को लेकर चिंताएं जताई जा रही थीं. (bbc.com/hindi)