अंतरराष्ट्रीय
Daniel Berehulak / Staff
-शुमायला ख़ान
पाकिस्तान के शहर कराची में एक अहमदिया मस्जिद में तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने इसे लेकर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की है. पिछले 20 दिनों में इस तरह की ये दूसरी घटना है.
अहमदिया मुसलमानों को पाकिस्तान में ग़ैर-मुस्लिम घोषित किया जा चुका है जिसके बाद वो मुसलमानों के धार्मिक निशान या परंपराओं को नहीं अपना सकते.
ये घटना कराची के भीड़भाड़ वाले इलाक़े मोबाइल मार्केट के पास गुरुवार दोपहर को हुई.
इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिसमें लोग मस्जिद पर चढ़कर मिनारों को हथौड़ों से तोड़ रहे हैं. वहीं, नीचे खड़े लोग खुशी से चिल्ला रहे हैं.
अंजुमन-ए-अहमदिया पाकिस्तान के मीडिया विभाग के प्रभारी आमिर महमूद ने बीबीसी से कहा कि दिन में करीब 3:30 बजे 15 लोग अहमदिया मस्जिद में आए और मिनारों को तोड़ने लगे. उन्होंने अहमदिया मुसलमानों के ख़िलाफ़ नारेबाजी भी की.
आमिर महमूद ने बताया, ''वहां मौजूद पुलिस भी मस्जिद तोड़ने वालों को रोक नहीं पाई. कराची में पिछले दो हफ़्तों में हुई ये दूसरी घटना है. इससे पहले 18 जनवरी को मार्टिन रोड पर कुछ लोगों ने मस्जिद में तोड़फोड़ की थी. इस मामले की एफ़आईआर की गई लेकिन कोई गिरफ़्तार नहीं हुआ.''
प्रीडी पुलिस स्टेशन के एसएचओ सज्जाद ख़ान ने बीबीसी को बताया कि वो घटना की एफ़आईआर दर्ज कराने का इंतज़ार कर रहे हैं. उनसे संपर्क किया गया है और अगर अहमदिया समिति केस दर्ज नहीं कराती है तो वो कदम उठाएंगे. सरकार की ओर से एफ़आईआर दर्ज की जाएगी. (bbc.com/hindi)