खेल

8 फरवरी से शुरू, विजेता-उपविजेता 2.51 और 2 लाख का ईनाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 फरवरी। हॉकी की नर्सरी माने जाने वाले राजनांदगांव में 8 फरवरी से राजा सर्वेश्वरदास की स्मृति में हॉकी प्रतियोगिता होगी। देश की ख्याति प्राप्त 22 टीमों ने स्पर्धा में भाग लेने की मंजूरी दी है। कोरोनाकाल के चलते तीन साल से प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हुआ था। टूर्नामेंट को लेकर स्थानीय हॉकी खेलप्रेमियों को इंतजार था। स्थानीय अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में होने वाले इस टूर्नामेंट को बहुप्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में गिना जाता है। लिहाजा शहर में खेल प्रतियोगिता के दौरान हॉकी को लेकर एक अलग ही उत्साह का माहौल रहता है।
सोमवार को महापौर हेमा देशमुख, कलेक्टर डोमन सिंह और एसपी अभिषेक मीणा ने पत्रकारवार्ता में आयोजन के संबंध में विस्तृत जानकारी देते बताया कि 8 से 16 फरवरी तक प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में विजयी टीम को 2 लाख 51 हजार और उपविजेता टीम को 2 लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक मैच में मैन ऑफ द मैच व अन्य पुरस्कार भी दिए जाएंगे। आयोजन समिति द्वारा टूर्नामेंट को लेकर व्यापक तैयारी की जा रहीह ै। प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान, खेल एवं युवक कल्याण विभाग, राजगामी संपदा, नगर निगम राजनांदगांव तथा जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों द्वारा पुरस्कार दिया जाता है। प्रतियोगिता में देश की नामचीन टीमें भाग लेंगी। जिसमें बाम्बे हॉकी एकादश मुम्बई, एनसीआर इलाहाबाद, एएससी जालंधर, एफसीआई दिल्ली, कस्टम पुना, आरसीएफ कपूरथला, पेट्रोलियम इलेवन, बीआरसी दानापुर, डब्ल्यूसीआर जबलपुर, सेल अकादमी राउरकेला, सांई हास्टल भोपाल, पाम्पोज हॉस्टल पाम्पोज, सांई हास्टल लखनऊ समेत अन्य टीमें मैदान में अपना जौहर दिखाएंगी। प्रथम और द्वितीय पुरस्कार बल्देव सिंह भाटिया और बहादुर अली की ओर से प्रदान किया जाता है। इधर स्थानीय अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम को संवारा जा रहा है। रंग-रोगन के साथ सफाई का कार्य भी द्रुत गति से चल रहा है। कृत्रिम घास के मैदान को साफ करने के लिए महापौर हेमा देशमुख और आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी के दिशा-निर्देश पर कर्मचारी डटे हुए हैं। पत्रकारवार्ता में पूर्व महापौर नरेश डाकलिया, जिला हॉकी संघ अध्यक्ष फिरोज अंसारी, राजगामी संपदा सदस्य रमेश खंडेलवाल, श्रीकिशन खंडेलवाल समेत अन्य लोग शामिल थे।