सामान्य ज्ञान

विटामिन डी
16-Mar-2023 12:35 PM
विटामिन डी

विटामिन डी वसा में घुलनशील प्रोहार्मोन्स के एक समूह है, जिनमें से दो प्रमुख रूपों विटामिन डी 2 और विटामिन डी 3 होता है। डेनमार्क के शोधकर्ताओं के अनुसार विटामिन डी शरीर की टी-कोशिकाओं की क्रियाविधि में वृद्धि करता है, जो किसी भी बाहरी संक्रमण से शरीर की रक्षा करती हैं। इसकी मानव प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मुख्य भूमिका होती है और इसकी पर्याप्त मात्रा के बिना प्रतिरक्षा प्रणाली की टी-कोशिकाएं बाहरी संक्रमण पर प्रतिक्रिया देने में असमर्थ रहती हैं।  टी-कोशिकाएं सक्रिय होने के लिए विटामिन डी पर निर्भर रहती हैं।  जब भी किसी टी-कोशिका का किसी बाहरी संक्रमण से सामना होता है, यह विटामिन डी की उपलब्धता के लिए एक संकेत भेजती है। इसलिए टी-कोशिकाओं को सक्रिय होने के लिए भी विटामिन डी आवश्यक होता है। यदि इन कोशिकाओं को रक्त में पर्याप्त विटामिन डी नहीं मिलता, तो वे चलना भी शुरू नहीं करतीं हैं।

 बर्ड फ्लू, स्वाइन फ्लू  के इलाज में विटामिन डी  काफी कारगर साबित होता है। विटामिन डी बुखार और संक्रामक बीमारियों से लडऩे की क्षमता रखता है।

 विटामिन डी3 के जरिए शरीर में फैलने वाले संक्रमण और परजीवी को रोकने में मदद मिलती है।  विटामिन डी के रूप में न सिर्फ फल और खानपान की चीजें बल्कि विटामिन की गोली भी ली जा सकती है। शोधों के मुताबिक विटामिन डी में स्वाइन फ्लू के वायरस से लडऩे की सबसे अधिक क्षमता मौजूद होती है। विटामिन डी न सिर्फ असरकारक दवा के रूप में प्रयोग किया जाता है बल्कि तंदरूस्त रहने के लिए भी इसे लिया जा सकता है। इसकी कमी से प्रतिरोधक क्षमता कम होने का खतरा बना रहता है।

विटामिन डी में भी डी 3 लेना सबसे बेहतर रहता है। विटामिन डी3 लेने से व्यक्ति का इम्यून सिस्टम संक्रामक बीमारियों से लडऩे की क्षमता पैदा करता है। विटामिन डी और डी3 जूस, फल और अच्छी डाइट के जरिए भी लिया जा सकता है।

विटामिन डी की अधिकता से शरीर के विभिन्न अंगों, जैसे गुर्दों में, हृदय में, रक्त रक्त वाहिकाओं में और अन्य स्थानों पर, एक प्रकार की पथरी उत्पन्न हो सकती है। ये विटामिन कैल्शियम का बना होता है, अत: इसके द्वारा पथरी भी बन सकती है। इससे रक्तचाप बढ़ सकता है, रक्त में कोलेस्टे्रॉल बढ़ सकता है, और हृदय पर प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही चक्कर आना, कमजोरी लगना और सिरदर्द, आदि भी हो सकता है। पेट खराब होने से दस्त भी हो सकता है।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news