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इस्लामाबाद, 17 मार्च । पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में अपील की है कि उनके ख़िलाफ़ दर्ज मामलों में कोर्ट की अनुमति के बिना उन्हें गिरफ़्तार ना किया जाए.
इमरान ख़ान की याचिका में कहा गया है कि जब से पीडीएम (गठबंधन की सरकार) सत्ता में आई है उनके ख़िलाफ़ रोज देश भर में मामले दर्ज हो रहे हैं. उन पर वज़ीराबाद में जानलेवा हमला भी हुआ था और उनकी जान को गंभीर ख़तरा है.
याचिका में देश भर में दायर मामलों का रिकॉर्ड भी मांगा गया है. साथ ही बिना कोर्ट की अनुमति के उनकी गिरफ़्तारी पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया है.
इमरान ख़ान ने कोर्ट को ये आश्वासन दिया है कि वो शनिवार को खुद कोर्ट में उपस्थित होंगे.
इसके अलावा इमरान ख़ान के वकील ने वारंट रद्द करने के अनुरोध को खारिज करने के फ़ैसले को चुनौती दी है.
साथ ही कोर्ट से पर तुरंत सुनवाई का भी अनुरोध किया गया है. हालांकि, हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार दफ़्तर ने याचिका को अभी स्वीकार नहीं किया है.
इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ 83 एफ़आईआर दर्ज हैं. मौजूद हंगामा दो मामलों को लेकर हो रहा है, तोशाखाना और महिला न्यायाधीश के अपमान का मामला.
इन दोनों में उनके ख़िलाफ़ गैर-जमानती वारंट जारी हुआ था. लेकिन,अब सिर्फ़ तोशाखान मामले में वारंट बचा हुआ है.
न्यायाधीश ज़ेबा चौधरी के मामले में वारंट को गुरुवार दोपहर रद्द कर दिया गया. उन्हें सोमवार को अदालत में बुलाया गया है.
तोशाख़ाना मामले को लेकर ही पुलिस इमरान ख़ान के घर के बाहर पहुंची थी.अब उन्हें 18 मार्च को इस्लामाबाद हाई कोर्ट पेश होना है. (bbc.com/hindi)