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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 22 मार्च। भिलाई इस्पात संयंत्र के अग्निशमन विभाग में अभ्यास के दौरान करीबन 20 फीट ऊंचाई से प्रशिक्षु कर्मी नीचे खड़े फायर कर्मी के ऊपर गिर गया और इस हादसे में दोनों ही कर्मचारियों को चोटें आई हैं। आपको बता दें कि 24-25 मार्च को होने वाली स्पर्धा के लिए अधिकारियों के द्वारा जबरिया दबाव बनाकर असुरक्षित ढंग से फायर कर्मियों के मध्य स्पर्धा कराई जा रही थी जिसका दुष्परिणाम रहा कि आज दो फायर कर्मी घायल हुए हैं। बताया यह भी जा रहा है कि कल देर रात 1 बजे तक फायर कर्मियों से अभ्यास कराया गया और आज सुबह फिर अभ्यास करने बुला लिया गया, इसी दौरान यह हादसा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार भिलाई इस्पात संयंत्र के अग्नि शमन विभाग में 14 अप्रैल को अग्निशमन दिवस मनाया जाता है परंतु इसके पूर्व असुरक्षित ढंग से फायर कर्मियों के मध्य अधिकारियों के द्वारा जबरिया माक ड्रिल प्रतियोगिता का अभ्यास कराया जाता है। इसी आयोजन की तैयारी में आज सुबह 9 से 9:15 बजे के करीब प्रशिक्षु फायर कर्मी संतोष कुमार साहू को तेज गति से 35 फीट ऊंचाई पर चढऩे कहा गया और तेज गति से चढ़ते हुए संतोष का पैर फिसल गया। वह लगभग 20 फीट की ऊंचाई से नीचे खड़े फायर कर्मी दीपक कड़वे के ऊपर जा गिरा। दोनों फायर कर्मियों को इलाज के लिए सहयोगी कर्मचारियों के द्वारा मेन मेडिकल पोस्ट ले जाया गया, जहां से उन्हें सेक्टर 9 अस्पताल रेफर किया गया है।
घटना बाद सीटू के सचिव अजय सोनी तत्काल मेन मेडिकल पोस्ट पहुंचे और घायल कर्मियों को सेक्टर-9 अस्पताल रेफर किया गया है। फायर कर्मी सूत्रों ने बताया कि अधिकारियों के द्वारा दबाव बनाकर जबरिया अग्निशमन दिवस के नाम पर दो साहसिक ड्रिल कराई जाती है। खतरनाक ड्रिल के लिए सुरक्षा के मानक का भी ध्यान नहीं रखा जाता है जिसके कारण मॉक ड्रिल के लिए जबरिया जिन फायर कर्मियों को प्रदर्शन के लिए चुना जाता है, उनके द्वारा साफ तौर पर इस प्रकार के खतरनाक ब्रिज में भाग लेने से सीधा इंकार किया जाता है। कर्मियों की असहमति के बावजूद भी अधिकारियों के द्वारा दबाव बनाकर जबरिया इस प्रकार के प्रदर्शन कराए जा रहे हैं जो किसी न किसी रूप में फायर कर्मियों के लिए घातक साबित होते रहे हैं।