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जांच एवं कार्रवाई के लिए कलेक्टर, राज्यपाल के नाम ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 28 मार्च। सोमवार की देर रात कुछ युवा राम मंदिर के सामने पोस्टर लगा रहे थे। इस पर दूसरे समुदाय ने आपत्ति दर्ज की। इस पर विवाद बढ़ता गया। पुलिस बीच-बचाव करने पहुंची। आरोप है कि कुछ देर बाद पुलिस ने युवाओं पर लाठी चला दी। इसका वीडियो और फ़ोटो देखते ही देखते सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसे लेकर आपत्ति दर्ज की गई और मंगलवार को जिले के व्यापारिक प्रतिष्ठानों ने बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने मुख्यालय में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए थे।
सर्व हिंदू समाज ने इस घटना की आपत्ति दर्ज करते हुए राज्यपाल व कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है।
बता दें कि इससे पूर्व पिछले गुरुवार हिन्दू राष्ट्र लिखा हुआ ध्वज लगाया जा रहा था इस दौरान भी आपत्ति दर्ज कराई गई थी। पुलिस की समझाइश के बाद ध्वज हटा दिया गया और इसकी जगह पर दूसरा पताका लगाया गया। इधर सोमवार रात तकरीबन 10:30 बजे रामनगर लिखा हुआ पोस्टर राम मंदिर में लगाया गया जिसका विरोध हुआ। विरोध करने वालों का का कहना था कि यह रूमी नगर है। विवाद को बढ़ता देखते हुए पुलिस व समाज प्रमुखों द्वारा दोनों पक्ष को शांत करवाया गया। वहीं इस बीच पुलिस ने बल प्रयोग किया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हुआ, जिसमें पुलिस के द्वारा युवाओं पर डंडे बरसाने का वीडियो आया है। इस घटना के बाद पुलिस जिला मुख्यालय में जगह जगह पर तैनात रही।
भाजपा कार्यालय में पार्टी के जिला अध्यक्ष धनीराम बारसे ने पत्रकारों से कहा कि पूरे देश में हिंदू राष्ट्र बैनर लगाया गया है। देश के अंदर किसी भी प्रदेश व जिले में इसको लेकर विरोध नहीं किया जा रहा है। ऐसे ही बैनर के लिए सुकमा में आपत्ति दर्ज की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। वही यह राजनीतिक साजिश है जिसकी वजह से मामला बढ़ता जा रहा है। उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की।