ताजा खबर
Arun Agarwal
-अमन द्विवेदी
मंगलवार को कानपुर चिड़ियाघर में रखे गए सारस को देखने के लिए आरिफ़ और अखिलेश यादव पहुँचे.
अमेठी के आरिफ़ के पास एक साल से रह रहे सारस को वन विभाग ने पहले आरिफ़ से लेकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में रखा था.
लेकिन बाद में आला अधिकारियों के आदेश के बाद उसे वहां से 117 किलोमीटर दूर कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया है.
सारस का हाल जानने कानपुर ज़ू पहुँचे सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “यहां के विभाग ने क्योंकि क्वारंटाइन किया है सारस को, इसलिए मौके पर नहीं दिखा सकते थे .इन्होंने सीसीटीवी लगा करके और टीवी के माध्यम से हम लोगों को दिखाया है. मुझे उम्मीद है कि देखभाल करेंगे, सेवा करेंगे. सरकार ऐसा निर्णय ले, वन विभाग के लोगों की मदद से, सूझ-बूझ से, जहां सबसे ज्यादा सारस हैं वहां भेजा जाए.”
अखिलेश यादव ने सारस को बचाने के लिए फिर से आरिफ़ की तारीफ़ की और फिर दोहराया कि दोनों की ‘दोस्ती’ शोध का विषय है.
आपको बता दें कि अखिलेश यादव ने सारस को आरिफ़ से ले जाने के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस कर यह कहा था कि वन विभाग ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि अखिलेश यादव आरिफ़ और सारस से मिल कर आए.
आरिफ़ को जारी हुए वन विभाग के पूछताछ वाले समन के बारे के अखिलेश यादव ने कहा, “जब सारस आपके पास आ गया, सीसीटीवी में आप देख रहे हो, हमें भी दिखा दिया तो अब आरिफ़ पर जुर्माना और क़ानून की धाराएं क्यों?”
मौक़े पर मौजूद मीडिया ने आरिफ़ से भी बात करने की कोशिश की, लेकिन आरिफ़ बिना कुछ कहे चले गए.