विचार / लेख
सनियारा खान
हिमालय के निचले हिस्से में बसा हुआ सिक्किम हमारे देश का ही एक अंग है। अंगूठे का आकार लिए इस राज्य में नेपाली संप्रदाय के लोग अन्य जातियों से ज़्यादा संख्या में हैं। जहां तक जनसंख्या और भूमि क्षेत्रपल का सवाल है तो सिक्किम बहुत ही छोटा राज्य है । ये गोवा से भी छोटा है। इसकी जनसंख्या भी भारत के राज्यों में न्यूनतम है। लेकिन छोटा सा राज्य हो कर भी ये राज्य देश के बाकी हिस्सों के लिए एक प्रेरणा बन गया है।
सिर्फ चार जिले और छह लाख से थोड़ी ही ज़्यादा जनसंख्या के बावजूद सिक्किम आज न सिर्फ पर्यटन बल्कि ऑर्गेनिक खेती को ले कर भी सभी तरफ चर्चित हो रहा है। अप्रतिम सौंदर्य से भरे इस राज्य में सन् 2014 तक हर साल करीब करीब छह लाख पर्यटक आते थे। फिर ऑर्गेनिक खेतों से ख्याति अर्जित करने के बाद यहां आने वाले पर्यटक और ज़्यादा बढ़ रहे हैं। 2014_15 के बीच 6.5 लाख, 2016 में 8.6 लाख, फिर 2017 में ये संख्या 14 लाख पहुंच गईं थी। आधुनिक कृषि की देख रेख करने वाले और कैश क्रॉप विभाग को पूरी तरह संभालने वाले खोरलो भूटिया जी कहते है कि ऑर्गेनिक खेत शुरू करने के बाद से ही सिक्किम में पर्यटक बढ़ रहे हैं। चार साल के अंदर ही पर्यटक दुगने हो गए। अब तो सिक्किम पर्यटन विभाग को 20 लाख तक पर्यटकों की उम्मीद है। कहते है कि नेपाल, भूटान और अन्य पड़ोसी राज्यों से अनेकों प्रतिनिधि आ कर सिक्किम से ऑर्गेनिक खेती के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। इस राज्य में पिछले कई सालों से रसायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं पर पूरी तरह प्रतिबंध है। अगर किसी किसान को रसायनिक खाद और कीटनाशक दवाओं को इस्तेमाल करते पाया जाए तो कठोर सजा का भी प्रावधान है। किसानों को आधुनिक कृषि पद्धति के बारे में लगातार सिखाया जाता है। गंगटोक के बाजार में सिक्किम के किसान अपने सारे उत्पादों को खुद ही सीधे-सीधे उपभोक्ताओं को बेचते हैं। बिचौलियों को बीच में नहीं लाया जाता हैं। इसी कारण किसानों को फायदा होता है।
2019 की दिसंबर में इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव ( इफको) और सिक्किम सरकार एक साथ मिल कर जैविक खेती के लिए पचास करोड़ लागत से प्रोसेसिंग यूनिट की शुरूवात की है। धीरे-धीरे सिक्किम अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कदम रख रहा है। एक ही देश के एक राज्य की खेती किसानी बाकी राज्यों से इतनी आगे क्यों है, इस पर विचार करना जरूरी है। भारत का सिक्किम ही पूरी दुनिया का पहला राज्य है जहां 100 प्रतिशत ऑर्गेनिक खेती की जाती है। इसके लिए संयुक्त राष्ट्र के खाद और कृषि संगठन ने सिक्किम को अपनी सर्वश्रेष्ठ नीतियों के लिए ऑस्कर पुरस्कार दिया। इस पुरस्कार को देते समय संयुक्त राष्ट्र ने सिक्किम को भूख, गरीबी और पर्यावरण समस्या से लडऩे के लिए ऑर्गेनिक खेती अपनाने पर खूब प्रशंसा भी की। सिक्किम से प्रभावित हो कर कई अन्य राज्यों ने जैविक खेती में रुचि लेना शुरू किया था। लेकिन कोई और राज्य इस हद तक कामयाब नहीं हो पाया। ऑर्गेनिक खेती करने से पर्यावरण शुद्ध रहता है, मिट्टी उपजाऊ बनी रहती है और कहा जाता है कि सूखे का सामना भी नहीं करना पड़ता है। ये बात तो है कि एक सम्पूर्ण राज्य को ऑर्गेनिक राज्य बनाने की राह आसान नहीं होती है। लेकिन सिक्किम सरकार और वहां के किसानों के बीच समन्वय और कड़ी मेहनत से ये संभव हो पाया। एक और बात ये है कि सिक्किम पहला राज्य है जहां किसानों के लिए पेंशन योजना भी शुरू की गई है।