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बंगलों का मुकाबला
सांसदी छिनने के बाद राहुल गांधी को दिल्ली का सरकारी बंगला खाली करने के नोटिस के बाद से प्रतिक्रियाओं का दौर चल रहा है। छत्तीसगढ़ के कई कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश प्रभारी शैलजा से मिलकर कुछ भाजपा विधायकों को मिल रही अतिरिक्त सुविधाओं को वापस लेने की मांग कर दी। शैलजा ने भी सुर में सुर मिलाया, लेकिन यह सब कुछ आसान नहीं है।
सरकार जाने के बाद भी बृजमोहन अग्रवाल से बंगला खाली नहीं कराया गया। यह बंगला पहले पीएचई मंत्री रूद्र कुमार गुरु को आवंटित किया गया था। बृजमोहन के पारिवारिक वजहों को देखते हुए सीएम ने उदारता दिखाई, और उनके लिए नियमों को शिथिल कर सीनियर विधायक के रूप में उन्हें बंगला पुन: आवंटित कर दिया। अब बृजमोहन का परिवार मौलश्री विहार के पास कॉलोनी में शिफ्ट हो गया है। यह बंगला अब उनके ऑफिस उपयोग में आ रहा है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय, और गौरीशंकर अग्रवाल को भी बंगला मिला। ये दोनों वर्तमान में विधानसभा के सदस्य नहीं हैं, लेकिन पिछली सरकार ने पूर्व विधानसभा अध्यक्षों को मंत्रियों की तरह सुविधाएं देने का नियम बनाया था। यही वजह है कि दोनों को बंगले के अलावा सरकारी गाड़ी, और फॉलो पायलेटिंग की सुविधाएं प्राप्त है। और नियम बदले बिना उन्हें बंगला खाली नहीं कराया जा सकता।
धान से बीजेपी की नींद हराम
खबर है कि धान खरीद की सीमा प्रति एकड़ 20 क्विंटल करने की घोषणा के बाद से भाजपा के नेता चिंतित हैं। कुछ भाजपा नेताओं ने पिछले दिनों पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के डोंगरगढ़ प्रवास के दौरान मेल मुलाकात कर चिंता जताई, और कहा कि भूपेश सरकार के इस तरह के फैसले से भाजपा के सत्ता में आने की संभावना कठिन हो चली है। चर्चा है कि रमन सिंह ने उन्हें आश्वस्त किया कि पार्टी इस दिशा में गंभीरता से काम कर रही है, और किसानों के लिए बेहतर प्लान लेकर आने वाली है। जिससे चुनाव में पार्टी को फायदा मिलेगा।
दूसरी तरफ, पूर्व सीएम ने अपने करीबियों को संकेत दिए हैं कि वो खुद विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। पहले उनकी जगह अभिषेक सिंह के चुनाव लडऩे की अटकलें लगाई जा रही थी। पूर्व सीएम ने यह भी संकेत दिए हैं कि उनके परिवार से और कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। जबकि पूर्व सीएम के भांजे विक्रांत सिंह खैरागढ़, और भांजी भावना बोहरा पंडरिया से टिकट चाह रहे हैं। दोनों ही जिला पंचायत के सदस्य हैं। दोनों चुनाव की तैयारी भी कर रहे हैं। ऐसे में पूर्व सीएम के लिए घरवालों को समझाना आसान नहीं होगा।
दुल्हन दूल्हे की गोद में
यह बिटिया आजीवन सुखी रहेगी। मंडप पर ही पति ने प्यार बरसा दिया। मुख्यमंत्री कन्या विवाह की योजना के तहत कोरबा में समारोह रखा गया था। कोरबा वैसे भी छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक तापमान वाले शहरों में से एक है। गर्मी के चलते वह गश खाकर गिर गई। परंपरा के तहत क्या पता, दुल्हन ने कुछ खाया भी था या नहीं। मंडप में दुल्हन के बेहोश होने पर दूल्हे ने उसको गोद में उठा लिया और उसके साथ सात फेरे लगाए।
लोचा है पर सतर्क रहें
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक अप्रैल से 2000 रुपए से अधिक वॉलेट ट्रांजैक्शन पर 1.1 प्रतिशत सरचार्ज लगाने का ऐलान किया है। पहले तो सबको पेपरलेस ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए प्रेरित किया गया आप जब लोग इसके आदी हो गए हैं तब सर चार्ज की बात आ गई है। मगर ठहर जाएं। यह सर चार्ज सिर्फ वॉलेट पेमेंट पर लगने वाला है। समझ लीजिए कि आपने रेलवे टिकट बुक कराने के लिए रेल वॉलेट पर रकम डाल रखी है या फिर टोल टैक्स पटाने के लिए एयरटेल या किसी दूसरे बैंक के वॉलेट पर पैसे डाल कर रखे हैं तो यह सर चार्ज आपको चुकाना पड़ेगा। वह भी तब जब यह रकम 2000 रुपए से अधिक। मगर अपने खाते से पेटीएम फोन पर भीम यूपीआई आदि से सीधे किसी को पैसे दे रहे हैं तो उसमें सर चार्ज नहीं लगने वाला है। राहत अभी तो है। वॉलेट में पैसा डाल कर मत रखें। रखे भी तो दो हजार से कम भुगतान करें। मगर ऐसा लगता है कि एक टोह ली गई है। आने वाले दिनों में दायरा बढ़ भी सकता है।
दोस्ती हम नहीं करेंगे
देशभर में आरिफ और सारस की दोस्ती चर्चा में आ गई है। ताजा खबर यह है कि वह सारस घायल हो चुका है और किसी दूसरे ठिकाने से वन विभाग के अधिकारियों ने पकड़ लिया है। अब मोर का किस्सा। कानपुर के इस शख्स ने घायल मोर का इलाज किया है। मगर वह मोर को अपने साथ वह नहीं रखना चाहता। उसे लगता है कि आरिफ की तरह उसे भी इस पक्षी से मोह हो जाएगा। उसने इसे कानपुर के चिडिय़ाघर में ले जाकर सौंप दिया है।