अंतरराष्ट्रीय
इस्लामाबाद, 22 मई । पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पाकिस्तान की मौजूदा सरकार की तुलना हिटलर से की है.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से हिटलर ने अपने विरोधी कम्युनिस्टों को कुचलने के लिए आगजनी की घटना का इस्तेमाल किया था, वैसा ही कुछ पाकिस्तान में भी हो रहा है.
उन्होंने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें लिखा है कि 27 फ़रवरी 1933 को जर्मन संसद की इमारत में आग लगी थी.
उन्होंने लिखा, '' नाज़ी नेतृत्व और उसके सहयोगियों ने इस घटना का इस्तेमाल अपने हित में करते हुए आरोप लगाया कि कम्युनिस्ट बड़ी हिंसक घटना को अंजाम देने की तैयारी में हैं. और फिर उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए आपात कानून की जरूरत है. इस कानून का इस्तेमाल लोगों की संवैधानिक सुरक्षा को हटाने में किया जिससे नाज़ी तानाशाही के लिए रास्ता तैयार हो गया.''
पाकिस्तान में नौ मई को इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद उनके समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा था.
कई शहरों में उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए.
इन समर्थकों का गुस्सा ख़ास तौर से पाकिस्तानी सेना पर उतरा था. गुस्साई भीड़ ने लाहौर में कोर कमांडर के घर पर धावा बोल दिया था.
लाहौर के अलावा रावलपिंडी में सेना के जनरल हेडक्वॉर्टर में लोग घुस गए थे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने रविवार को कहा था कि नौ मई देश के इतिहास में काला दिन है.
इस मामले को लेकर इमरान ख़ान के कई समर्थकों को गिरफ़्तार किया गया. (bbc.com/hindi)