अंतरराष्ट्रीय

फ़्रांस ने कार्बन उत्सर्जन घटाने के मक़सद से कम दूरी की घरेलू उड़ानों को बैन कर दिया है.
दो साल पहले फ़्रांस के सांसदों ने इससे संबंधित प्रस्ताव पर वोट किया था. इस प्रस्ताव में प्रावधान था कि जो सफ़र ट्रेन से भी दो-ढाई घंटे में पूरा हो सकता है, वहाँ विमान सेवा बंद कर देनी चाहिए.
हालांकि, इस प्रतिबंध का कनेक्टिंग फ़्लाइट्स पर कोई असर नहीं होगा.
लेकिन आलोचक इसे सिर्फ़ 'प्रतीकात्मक रोक' बता रहे हैं.
एयरलाइंस फ़ॉर यूरोप के इंडस्ट्री ग्रुप हेड लॉरेंट डोंसील ने समाचार एजेंसी एएफ़पी से कहा, "इन उड़ानों पर प्रतिबंध से कार्बन उत्सर्जन पर बहुत कम असर पड़ेगा."
उन्होंने कहा कि सरकारों को इसकी बजाय 'वास्तविक और ज़रूरी समाधानों' पर ज़ोर देना चाहिए.
कोरोना वायरस महामारी से दुनियाभर में एयरलाइन कंपनियां प्रभावित हुईं. फ़्लाइटरडार24 नाम की वेबसाइट के अनुसार, 2019 की तुलना में बीते साल उड़ानों की संख्या 42 फ़ीसदी घट गई.
फ़्रांस की सरकार से लगातार सख़्त नियम लागू करने की मांग हो रही थी.
इस मामले में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने साल 2019 में 'फ़्रांस सिटिज़न कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट' का गठन किया था. इसमें शामिल 150 सदस्यों ने ऐसी जगहों पर विमानों को बंद करने का सुझाव दिया था, जहाँ चार घंटे के अंदर ट्रेन से पहुंचा जा सकता है.
लेकिन कुछ क्षेत्रों और एयरलाइन कंपनियों की आपत्ति के बाद इसे घटाकर ढाई घंटे किया गया था. (bbc.com/hindi)