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रायपुर/ दंतेवाड़ा, 25 मई। 10 वर्ष पूर्व बस्तर के झीरम में नक्सलियों के सबसे बड़े हमले में कांग्रेस के बड़े नेता समेत 32 लोग शहीद हुए थे। इसकी आज 10 वीं बरसी है। और कांग्रेस शोकाकुल है। इस हमलेकी जांच को लेकर भाजपा, कांग्रेस में बयानबाजी भी जारी है। भाजपा जहां सरकार के मंत्री कवासी लखमा को प्रत्यक्षदर्शी बता उनसे पूछताछ की मांग की है तो हमले में शहीद बस्तर टाइगर के नाम से विख्यात महेंद्र कर्मा के बेटे ने भी बड़ी मांग की है। छबींद्र कर्मा ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर प्रश्न खड़े किए हैं। छबींद्र कर्मा ने कहा कि इस मामले में कोंटा विधायक और आबकारी मंत्री कवासी लखमा और अमित जोगी का नार्कों टेस्ट किया जाना चाहिए कि आखिरकार कवासी लखमा कैसे बच गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेताओं के शहादत के 10 सालों के बाद भी उनके परिजनों को न्याय नहीं मिल पाया है। छविंद्र ने और क्या कहा सुने -----