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ट्विटर पर घिरी सरकार
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 30 मई। पानी में गिरे अपने मोबाइल के लिए पूरा परलकोट जलाशय खाली करने वाले पखांजूर के फूड इंस्पेक्टर पर आर्थिक जुर्माने को लेकर सोशल मीडिया में आक्रोश जताया जा रहा है। ट्वीट, रिट्वीट कर लोग इसे नाकाफी बता बर्खास्त करने की बात कह रहे हैं। वे सरकार पर भी आक्षेप लगा रहे है ।
53 हजार रूपए जमा करने का आदेश सार्वजनिक होते ही ट्वीट की बाढ़ आ गई । पहले आलोक पुतुल ने अपने ट्वीट में लिखा कि सरकार ने 53 हजार जमा करने कहा है। इस पर नितेश चाकिया ने लिखा- इससे अच्छा तो छोड़ देते।इसे फालो कर ओवर साइट नाम के एकाउंट होल्डर ने कहा कि ऐसे फूड इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर और जिम्मेदारों को निलंबित कर प्रशासन में एक मैसेज देना होगा। उन्होंने सीएमओ, सीएम बघेल, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के भी टैग किया है। गौरव कुमार ने पोस्ट किया कि ये बहुत भारी जुर्माना लग गया है। कुछ शर्म बाकी है कि नहीं छत्तीसगढ़ सरकार में । सिर्फ खानापूर्ति चल रही है। भोपाल के पत्रकार अमन नम्र ने पूछा कि यह रकम एक साथ जमा करनी है या ईएमआई में 4-5 किश्तों में।
आलोक अग्रवाल ने लिखा- जुर्माने की रकम कैसे निकाली गई,इसका जवाब आरटीआई से निकलवाना चाहिए। हसमत अली ने लिखा एटलिस्ट पांच लाख तो लेते सीएम साहब । बाबा ने ट्वीट किया कि गजबे सिस्टम है ऐसे लोगों को नौकरी से हटाना थी,लेकिन यहां तो 53 हजार में मामला सेट हो गया। राहुल गुप्ता ने कहा ये अहसान कैसे चुकाएगी सीजी की जनता। मीतू गुप्ता ने लिखी - बिसलरी की एक लीटर की बोतल 20 रूपए की आती है। संतोष दहायत ने लिखा कि इतना ज्यादा जुर्माना लगाया है कि बेचारा रोड पर आ जाएगा । इन सभी ने सरकार, सीएम और अफसरों को टैग किया है।