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विनेश फोगाट ने कहा है कि महिला पहलवान ट्रॉमा से गुज़र रही हैं लेकिन फर्ज़ी ख़बर बनाने वालों को इसका कोई एहसास नहीं है.
अब से थोड़ी देर पहले उन्होंने ट्वीट किया, “महिला पहलवान किस ट्रॉमा से गुज़र रही हैं इस बात का अहसास भी है फर्जी खबर फैलाने वालों को? कमज़ोर मीडिया की टांगें हैं जो किसी गुंडे के हंटर के आगे काँपने लगती हैं, महिला पहलवान नहीं.”
इसके बाद उन्होंने आबिद अदीब का एक शेर लिखा-जहाँ पहुँच के क़दम डगमगाए हैं सब के, उसी मक़ाम से अब अपना रास्ता होगा.
दरअसल, सोमवार को मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि पहलवान अपनी रेलवे की नौकरी पर लौट आए हैं और प्रदर्शन से हट गए हैं.
इसके बाद लेकिन साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने इन दावों का खंडन किया है.
साक्षी ने इन अफ़वाहों पर कहा, “हम आंदोलन से बिलकुल पीछे नहीं हटे हैं, जब तक इंसाफ़ नहीं मिल जाता लड़ाई जारी रहेगी. रही बात रेलवे की तो मैं आंदोलन के साथ-साथ अपनी ज़िम्मेदारी निभा रही हूं, एक दो दिन से ऑफिस का काम देख रही हूं. मैं साफ़ करना चाहती हूं कि हम इस आंदोलन को आगे कैसे ले जाना है इसकी रणनीति बना रहे हैं.”
इसके अलावा इन पहलवानों ने दावा किया है कि उन्हें कुछ लोग नौकरी ने नाम पर डराने की कोशिश कर रहे हैं.
पहलवानों ने कहा है- “हमारे मेडलों को 15-15 रुपए के बताने वाले अब हमारी नौकरी के पीछे पड़ गये हैं.हमारी ज़िंदगी दांव पर लगी हुई है, उसके आगे नौकरी तो बहुत छोटी चीज़ है.अगर नौकरी इंसाफ़ के रास्ते में बाधा बनती दिखी तो उसको त्याग ने में हम दस सेकेंड का वक्त भी नहीं लगाएंगे. नौकरी का डर मत दिखाइए.” (bbc.com/hindi)