ताजा खबर
BBC WORLD SERVICE
केरल में मॉनसून पहुँचने में अभी और देरी होने की आशंका है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य में मॉनसून की संभावित शुरुआत के लिए कोई नई तारीख़ नहीं बताई है, पर इस बात के संकेत ज़रूर दिए हैं कि अभी इसमें देरी हो सकती है.
पछुआ हवाएं और दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में हवा के चक्रवाती बहाव को इसका एक अहम कारण बताया जा रहा है.
मौसम विभाग ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में केरल तट पर बादलों के घनत्व में कमी देखी गई है.
उम्मीद है कि केरल में मॉनसून की शुरुआत के लिए इन अनुकूल परिस्थितियों में अगले तीन-चार दिनों के दौरान और सुधार होगा. इसकी लगातार निगरानी की जा रही है.
''दक्षिण-पूर्वी अरब सागर और गोवा से लगभग 920 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम में, मुंबई से 1120 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में, पोरबंदर से 1160 किमी दक्षिण में एक दबाव बन गया है. इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और तीव्र होने और अगले 24 घंटे में पूर्व अरब सागर और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती तूफान की आशंका है.''
भारत में चार महीनों तक रहनेवाला मॉनसून सामान्यतः हर साल एक जून तक दक्षिण पश्चिमी हिस्सों में पहुँच जाता है, जिससे सितंबर तक बारिश होती है. (bbc.com/hindi)