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रायपुर, 27 सितंबर। पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने रायपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान को सीटी स्कैन मशीन और एंबुलेंस समेत 15.50 करोड़ रुपये का विभिन्न उपकरण प्रदान करने का फैसला किया है। एम्स के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के साथ समझौता पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर 15.50 करोड़ रुपये के विभिन्न उपकरण प्रदान करने की घोषणा की है।
उन्होंने बताया कि समझौते के अंतर्गत कंपनी के सीएसआर फंड से एक सीटी स्कैन मशीन और एक एंबुलेंस भी प्रदान की जाएगी, इससे रोगियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि कंपनी के कार्यकारी निदेशक आलोक और एम्स के निदेशक डॉक्टर अजय सिंह ने इस एमओयू पर ऑनलाइन हस्ताक्षर किए।
अधिकारियों ने बताया कि एमओयू के अंतर्गत पावर ग्रिड की ओर से लगभग 15.50 करोड़ रुपए प्रदान किए जाएंगे जिससे एम्स सीटी स्कैन मशीन, एंबुलेंस, एनेस्थीसिया वर्क स्टेशन्स (पांच), रिकवरी कम पेशेंट शिफ्टिंग ट्राली (20), व्हीलचेयर (100) और दो ई-रिक्शा खरीदेगा।
उन्होंने बताया कि इन सभी का उपयोग ट्रामा, इमरजेंसी और रजिस्ट्रेशन काउंटर पर आने वाले रोगियों को सहायता प्रदान करने में किया जाएगा।
इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक आलोक ने कहा कि पावर ग्रिड के लिए यह गर्व का विषय है कि कंपनी एम्स में आने वाले छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के हजारों रोगियों को सहायता प्रदान कर रही है।
एम्स के निदेशक डॉक्टर अजय सिंह ने कहा कि एम्स में रोगियों को अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं और ऐसे में रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है और उन्हें त्वरित राहत देने के लिए अन्य बड़ी कंपनियों को पावर ग्रिड की तरह आगे आकर सहायता प्रदान करनी चाहिए।
सिंह ने कहा कि नई सीटी स्कैन मशीन के कारण रोगियों को अब कम इंतजार करना पड़ेगा। प्रयास किया जा रहा है कि सभी उपकरणों को मार्च 2024 से पूर्व खरीद लिया जाए।
अधिकारियों ने बताया कि पावर ग्रिड के महाप्रबंधक आर के दास और उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता ने भी एमओयू पर हस्ताक्षर किया। (भाषा)