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ट्रांसपोर्टरों ने बिना मालिक के 4 माह से गोडाउन में रखे थे साड़ी, साइकल,सेंट्रल जीएसटी करोड़ों का माल जब्त
27-Sep-2023 8:23 PM

रायपुर, 27 सितंबर। केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर रायपुर मुख्यालय के अधिकारियों ने कल शहर के ट्रांसपोर्टरों के गोडाउन में कार्यवाही की। बता दें कि केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर रायपुर कमिश्नरेट के आयुक्त मोहम्मद अबू समा के निर्देशन में तीन टीमों का गठन किया गया जिनका नेतृत्व अधीक्षक राजेश कर रहे हैं । टीमों ने कल दोपहर से जाँच देर रात तक की गई। अधिकारियों ने भनपुरी स्थित दो गोडाउन एवं रावाभाटा स्थित एक गोडाउन का औचक जाँच और निरीक्षण किया जो परिवहन और लॉजिस्टिक फर्मों के स्वामित्व में थे, जहाँ पाया गया कि गोडाउन का इस्तेमाल विभिन्न ट्रांसपोर्टरों द्वारा माल जैसे साडी, साइकिल इत्यादि के भंडारण के लिए किया जा रहा था। माल के सम्बन्ध में जब सम्बंधित ट्रांसपोर्टरों से पूछताछ की गई तो वे कुछ भी संतोषजनक बता पाने में असमर्थ रहे कि ट्रांसपोर्टरों द्वारा माल का भंडारण किस मकसद से किया जा रहा था। इसके अतिरिक्त ट्रांसपोर्टर गोडाउन में रखे माल के सम्बन्ध में उचित दस्तावेज जैसे वैध ईवे बिल भी प्रस्तुत नहीं कर सके। कथित तौर पर माल पिछले चार महीनों से गोदामों में रखा हुआ था। पूछे जाने पर गोदाम मालिकों ने बताया कि उक्त माल का परिवहन उन्ही के द्वारा किया गया था, हालांकि वे उक्त माल के वास्तविक मालिकों की पहचान करने में असमर्थ थे।
ऐसी स्थिति में अधिकारियों द्वारा की गई विवेचना के आधार पर ऐसे सभी माल को जब्त कर नियमानुसार मामला पंजीबद्ध किया।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य में आगामी विधान सभा चुनाव के मद्देनज़र मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा विभाग को चुनाव के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए बाँटे जाने वाली वस्तुओं पर निगरानी रखने के लिए निर्देश दिए गए थे | इस क्रम में सेंट्रल जीएसटी द्वारा ईवे बिल चेकिंग के माध्यम से अब तक कई मर्तबा माल की धर पकड़ की गई जिसका परिवहन बिना बिल / ईवे बिल के साथ किया जा रहा था जिसका कुल मूल्य लगभग 1 करोड़ रूपए था। इस प्रकार ऐसी संभावनाओं को नज़र अंदाज नहीं किया जा सकता कि गोडाउन में पाए गए माल जैसे साडी, साइकिल इत्यादि का इस्तेमाल मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जाना तय किया होगा। इस पहलू पर भी अधिकारियों द्वारा जाँच की जा रही है। रावाभाटा स्थित गोडाउन में भारी मात्रा में सोलर फ़्लैश लाइट भी पाई गई जिसके बारे में पूछे जाने पर सम्बंधित ट्रांसपोर्टर ने बताया कि उक्त माल को सम्बंधित खरीददार को सौंपा जाना है। अधिकारियों द्वारा उक्त माल पर भी निगरानी रखी जा रही है।
कल हुई कार्रवाई में, सीजीएसटी अधिकारियों ने पाया कि माल को गोदाम में सूरत, लुधियाना एवं दिल्ली में स्थित आपूर्तिकर्ताओं से प्राप्त किया गया परन्तु माल को गंतव्य तक न पहुंचाकर पिछले 4 माह से गोडाउन में रख लिया गया। प्रारंभिक जाँच में माल का अवमूल्यन होना भी पाया गया।