अंतरराष्ट्रीय
इस साल जुलाई के महीने में जानबूझकर उत्तर कोरिया की सीमा में दाखिल हुए अमेरिकी सैनिक को प्योगयांग ने वापस भेजने की घोषणा की है.
प्राइवेट ट्रैविस किंग नाम के इस सैनिक को दक्षिण कोरिया की राजधानी सोल के हवाई अड्डे से अमेरिका ले जाया जा रहा था.
इस सैनिक ने एयरपोर्ट पर सिक्युरिटी क्लियरेंस भी कर लिया था, लेकिन जहाज में सवार होने की बजाय वो वहां से बाहर निकल गया.
बाद में पता चला कि वो उत्तर कोरिया में प्रवेश कर गया है. एयरपोर्ट से निकलने के बाद वो दक्षिण कोरिया की सीमा के नजदीक गांव में टूर पर जा रहे लोगों के दल में शामिल हो गया और फिर सीमा पार कर लिया.
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केएनसीए ने बताया है कि प्योगयांग ने ये निर्णय लिया है कि वे प्राइवेट किंग को वापस भेजेंगे.
उत्तर कोरिया ने एक महीने पहले ही किंग को हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी थी.
हालांकि, अब भी उत्तर कोरिया ने उनके स्वास्थ्य के बारे में कुछ नहीं बताया है.
समाचार एजेंसी की ख़बर में बताया गया है, "23 साल के किंग इसलिए सीमा पार कर उत्तर कोरिया में आ गए क्योंकि अमेरिकी सेना में उनके साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा था."
इस सैनिक के अमेरिका लौटने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती थी और नौकरी से भी निकाला जा सकता था. (bbc.com/hindi)