अंतरराष्ट्रीय
-सैम कैब्राल
अमेरिका ने रूस पर 2024 के राष्ट्रपति चुनावों में दख़लंदाज़ी के आरोप लगाए हैं और रूस के सरकारी मीडिया के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए हैं.
अमेरिका ने राष्ट्रपति चुनावों में दख़ल देने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने का रूस पर आरोप लगाया.
अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने रूस की सरकारी मीडिया आरटी (पूर्व में रशियन टुडे) पर आरोप लगाया कि वो अमेरिकी दर्शकों तक छिपे हुए “रूसी संदेशों को बनाने और पहुंचाने के लिए टेनेसी की एक फ़र्म को एक करोड़ डॉलर दिए हैं.”
जिन 10 लोगों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं, उनमें आरटी की प्रमुख मार्गरीटा सिमोन्यान का भी नाम प्रमुख है. अमेरिका ने कहा है, “हमारे संस्थानों पर जनता के भरोसे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.”
आरटी ने अपनी संलिप्तता के आरोपों से इनकार किया है.
गारलैंड ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच चुनाव में मॉस्को “अपने अनुसार नतीजे” चाहता है.
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन कीर्बी ने कहा कि रूस की परियोजना “यूक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन को कम करने, रूस समर्थक नीतियों और हितों को आगे बढ़ाने और अमेरिका में मतदाताओं को प्रभावित करने की थी.”
अमेरिका अधिकारियों ने कहा कि आरटी और रूस की अन्य सरकारी मीडिया ने अपनी ग़लत गतिविधियों के समर्थन में अमेरिकी इन्फ़्लूएंसर्स को छिपे तौर पर भर्ती करने का अभियान चला रखा है.
बाइडन प्रशासन ने प्रतिबंध समेत की ये घोषणाएं-
- आरटी के दो मैनेजरों पर अमेरिका की धरती पर रूसी समर्थक प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए वित्तीय मदद मुहैया कराने का आरोप.
- दो संस्थाओं और 10 लोगों पर प्रतिबंध लगाया गया है जिनमें आरटी की एडिटर इन चीफ़ सिमोन्यान भी शामिल हैं.
- रूस की सरकारी मीडिया से जुड़े कर्मचारियों के वीज़ा पर पाबंदी.
- एआई जेनरेटेड झूठे नैरेटिव फैलाने के लिए 32 इंटरनेट डोमेन को ज़ब्त किया गया है, जो सोशल मीडिया पर अमेरिकी जनता के बीच प्रोपेगैंडा फ़ैलाते हैं.
- रोसिया सेगोद्न्या और इससे जुड़े पांच प्लेटफ़ॉर्म आरआईए नोवोस्ती, आरटी, टीवी-नोवोस्ती, रप्टली और स्पुतनिक को विदेशी मिशन का दर्ज़ा दिया गया है और इनसे जुड़े कर्मचारियों की जानकारी अमेरिकी सरकार को देनी होगी.
- रूसी ग्रुप, रशियन एंग्री हैकर्स डिड इट (RaHDit) से जुड़े हैकरों की जानकारी देने के लिए एक करोड़ डॉलर के इनाम की घोषणा.
- 2020 के अमेरिका राष्ट्रपति चुनावों में भी रूस पर दख़लदाज़ी के आरोप लगे थे. (bbc.com/hindi)