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![बैराजों से छोड़े पानी से कई गांव बने टापू बैराजों से छोड़े पानी से कई गांव बने टापू](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1725956723jn__2___A_(1).jpg)
शिवनाथ उफान पर, निचली बस्तियां जलमग्न
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 सितंबर। मूसलाधार बारिश से जिले में हालात बेकाबू हो गए हैं। सोमवार देर शाम से शुरू हुई बारिश मंगलवार सुबह तक जारी रही। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में अत्याधिक बारिश होने की संभावना जाहिर की है।
राजनांदगांव जिले के बैराजों की स्थिति तय क्षमता से अधिक होने के कारण पानी छोड़ा जा रहा है। शिवनाथ उफान पर है। न सिर्फ राजनांदगांव, बल्कि खैरागढ़ और मोहला-मानपुर क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के कारण नदी-नाले छलक रहे हैं। इसके चलते कई गांव टापू बन गए हंै।
जिले के मोंगरा जलाशय समेत घुमरिया, खातूटोला, सूखानाला में भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। मोंगरा जलाशय से एक लाख क्यूसेक पानी छोडऩे से शिवनाथ बौरा गई है। इसी तरह घुमरिया से 20 हजार, खातूटोला से 21 हजार और सूखानाला से 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इन बैराजों के सभी गेट खोल दिए गए हैं। खातूटोला बैराज से पानी छोडऩे के बाद चिचोला क्षेत्र के कई गांव समेत घरों में पानी घुस गया है। तेज बारिश के कारण बैराज और जलाशय में कैचमेट एरिया से पानी की आवक तेज हो गई है।
इस बीच राजनांदगांव शहर के कई इलाकों में भी पानी भर गया है। राजीव नगर स्थित एक कच्चा मकान ढह गया है। शिवनाथ की धार तेज होने के कारण मोहारा स्थित पुराना पुल पूरी तरह से पानी में समा गया है, वहीं नए पुल से लगभग 3 फीट पानी का तेज बहाव दिख रहा है। तटीय इलाकों की स्थिति खतरनाक बन गई है। शिवनाथ किनारे के गांवों को हाईअलर्ट में रखा गया है।
बताया जा रहा है कि बारिश का यह सिस्टम बेहद मजबूत है। अगले 24 घंटे तेज बारिश के लिहाज से खतरा बना रहेगा। बांध-बैराज से छोड़े जा रहे पानी से गांवों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। पक्के मकानों में भी पानी चले जाने से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। मूसलाधार बारिश से भले ही लोगों का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है, लेकिन खेती के लिहाज से बारिश होने को बेहतर माना जा रहा है।
ममता नगर अंडरबिज बना स्वीमिंग पुल
बीती शाम से शुरू हुए मूसलाधार बारिश से स्थानीय ममता नगर स्थित अंडरब्रिज पानी से लबालब हो गया है। अंडरब्रिज में पानी भरने से स्वीमिंग पुल की तरह नजर आ रहा है। अंडरब्रिज में पानी भरने और इसकी निकासी के लिए उचित बंदोबस्त नहीं होने से इस मार्ग से आवाजाही करने वाले एक बड़ी आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लोग अंडरब्रिज में पानी भरे होने से मोतीपुर, नया ढ़ाबा, पुराना ढ़ाबा होते हुए शांतिनगर से शहर की ओर आवाजाही करने मजबूर हो रहे हैं।
चिखली चौकी परिसर बना टापू
शहर की निचली बस्तियों के अलावा कॉलोनियों में भी पानी भरने की स्थिति नजर आ रही है। नालियों से बेहतर निकासी का प्रबंध नहीं होने से बारिश का पानी सडक़ों और रास्तों में नजर आ रहा है।
इधर चिखली पुलिस चौकी परिसर भी टापू में तब्दील हो गया है। मूसलाधार बारिश से जहां शहर के अलग-अलग हिस्सों में पानी भरे होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कुछ इलाकों के घरों के चौखट तक पानी भरने से लोग परेशान नजर आ रहे हैं।