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-दिलीप कुमार शर्मा
मणिपुर सरकार ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर राज्य में अस्थाई तौर पर अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है.
इसके साथ ही मैतेई बहुल इंफाल ईस्ट,इंफाल वेस्ट और थौबल ज़िले में मंगलवार सुबह 11 बजे से अगले आदेश तक कर्फ्यू लगाया गया है.
राज्य में बीती 1 सितंबर से भड़की हिंसा के बाद राजधानी इंफाल और आसपास के इलाकों में छात्र सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. राज्य के पुलिस प्रमुख को हटाने की मांग को लेकर छात्रों के विरोध मार्च के दौरान मंगलवार को सुरक्षाबलों के साथ झड़प हुई जिसमें सौ से ज़्यादा छात्र घायल हुए है.
मणिपुर सरकार के गृह विभाग ने मंगलवार यानी 10 सितंबर दोपहर 3 बजे से 15 सितंबर रविवार दोपहर 3 बजे तक पांच दिनों के लिए राज्य में "लीज लाइन, वीसैट, ब्रॉडबैंड और वीपीएन सेवाओं सहित इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को रोकने/अस्थायी रूप से निलंबित करने" का आदेश जारी किया है.
गृह विभाग ने इस आदेश में कहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा “जनता की भावनाओं” को भड़काने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कर तस्वीरें, अभद्र भाषा और घृणास्पद वीडियो संदेश साझा करने जैसी आशंका को ध्यान में रखते हुए अस्थाई तौर पर इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया गया है.
इस आदेश में यह उल्लेख किया गया है कि राष्ट्र-विरोधी और असामाजिक तत्वों की साज़िशों और गतिविधियों को विफल करने और शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए यह क़दम उठाया गया है. ताकि सार्वजनिक/निजी संपत्ति के साथ ही जान-माल के नुक़सान या ख़तरे को रोका जा सके.
दरअसल बीती 1 सितंबर को इंफाल घाटी की कुछ बस्तियों में अत्याधुनिक ड्रोन और रॉकेट हमलों की बाढ़ के बाद यहां विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. मणिपुर में ड्रोन और रॉकेट हमलों सहित हिंसा की ताज़ा घटनाओं में कम से कम आठ लोग मारे जा चुके हैं जबकि 12 से अधिक नागरिक घायल हुए हैं. (bbc.com/hindi)