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रायपुर, 17 जून। आई.एस.बी.एम. विश्वविद्यालय के कला एवं मानवीकी संकाय द्वारा भारत का पडोसी देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के मुद्दों पर कुटनीतिक संप्रातिक पहल विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार के मुख्य वक्ता डॉ. राकेश ढेगवे ने कहा कि युद्ध किसी भी समस्या का विकल्प नहीं हो सकता।
उन्होंने कौटिल्य के मंडल सिद्धांत के माध्यम से बताया कि आपसी हितों के टकराव के कारण ही वर्तमान में भारत, नेपाल, चीन एवं पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद चल रहा है। चूंकि भारत बड़े भाई की भूमिका में है, इसलिए कभी कभी उसकी भरपाई भी करना पड़ता हैं।
इसी कड़ी में विषय विशेषज्ञ डॉ. अमन झा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति शक्ति संघर्ष का खेल है। प्रत्येक देश विश्व पटल पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए ऐसे सीमा विवादों को बनाए रखते हैं।
विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार राकेश तिवारी ने बताया कि वेबिनार के प्रारंभ में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बी.पी.भोल सभी वक्ताओं एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य मे वेबिनार का विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है। सभी पडोसी देश पाक, चीन व नेपाल आपस में वार्ता कर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के समस्याओं के कारणों को समझें तथा उनका निदान के लिए रुपरेखा तैयार करते हुए, शांति की स्थापना मे सहभागी बने।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. विनय एम अग्रवाल ने भी विषय विशेषज्ञों के साथ चर्चा करते हुये कहा कि हमारा देश ऐसे वक्त में भी इस तरह के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा कर शांति का मार्ग खोलने के लिए कटिबद्ध हैं। कुलपति डाँ. आनंद महलवार ने कोविड काल में वेबिनार के आयोजन पर समिति को बधाई देते हुए कहा कि भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण हैं।
वेबिनार के संयोजक डॉ. भूपेंद्र कुमार साहू, संकाय प्रमुख कला एवं मानवीकी द्वारा किया गया। उन्होने इस वेबिनार का उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुये विश्वविद्यालय के स्थापना एवं संचालित पाठ्यक्रमों की जानकारी भी दी, 410 प्रतिभागियों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया था, सभी को फीडबैक फार्म भरने के पश्चात ऑनलाइन प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।