राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 29 जून । चीन से तनाव के बीच दोस्तों से मारक हथियार हासिल करने में जुटा भारत। इजरायल ने करगिल जंग के दौरान भी भारत को मारक हथियार उपलब्ध कराए थे। चीन के साथ तनाव के बाद इजरायल भारत को कई ऐसे मारक हथियार देने वाला है जिसका जवाब चीन के पास नहीं होगा। रूस ने भी एस-400 की जल्द आपूर्ति का वादा कर दिया है।
लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय थल सेना और वायु सेना ने साथ में युद्धाभ्यास किया। युद्धाभ्यास में सुखोई और चिनूक हेलिकॉप्टर भी शामिल किए गए। बताया जा रहा है कि इस युद्धाभ्यास का मकसद दोनों सेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाना है। ये युद्धाभ्यास चीन से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी के रूप में किया जा रहा है।
फ्रांस के साथ हुए खरीद समझौते के तहत भारत को 36 राफेल जेट मिलने वाले हैं। पहला राफेल 27 जुलाई को भारत को मिल जाएगा। योजना के मुताबिक पहले 4 राफेल लड़ाकू विमान अंबाला आने वाले थे लेकिन फ्रांस अब कुछ ज्यादा संख्या में लड़ाकू विमानों के भेजेगा। 8 विमानों को सर्टिफिकेशन मिलने वाला है। राफेल विमान को आसमान को अजेय योद्धा माना जाता है। हवा से हवा में मार करने वाले लंबी दूरी की मिसाइलों से इसे लैस किया जा सकता है। इसका निशाना अचूक होता है।
भारत को रूस जल्द ही भारत के मिसाइल डिफेंस सिस्टम एस-400 मुहैया कराएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मास्को दौरे के दौरान रूस जल्दी ही इस सिस्टम को उपलब्ध कराने पर सहमत हो गया है। भारत ने अमेरिका से एम777 का ऑर्डर दिया है। यह हथियार पहाड़ी इलाकों में लडऩे के लिए काफी कारगर होता है।(navbharat times)