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कश्मीर में खूनी हिंसा की हर चीज प्रचार का सामान, बच्चे की फोटो पर उमर ने उठाए सवाल
01-Jul-2020 6:39 PM
कश्मीर में खूनी हिंसा की हर चीज प्रचार का सामान, बच्चे की फोटो पर उमर ने उठाए सवाल

श्रीनगर, 1 जुलाई । जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को आतंकवाद की सबसे भयावह तस्वीर सामने आई। आतंकी हमले में मारे गए एक शख्स के पास बैठे उसके पोते की तस्वीर ने सबको झकझोरकर रख दिया है। आतंकी हमले के बीच में फंसे तीन साल के बच्चे के लिए सीआरपीएफ के जवान किसी फरिश्ते की तरह सामने आए। उनमें से एक जवान ने बच्चे को अपनी गोद में उठा लिया और उसे दुलराते हुए सुरक्षित ठिकाने पर ले गया। 

बच्चे के साथ जवान की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। सेना के इस फरिश्तों वाले काम पर जहां पूरा देश भावुक और गर्वित है, वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस पर सवाल उठाए हैं। अब्दुल्ला ने इसे प्रचार का एक टूल करार दिया है। उन्होंने कहा कि इससे (तस्वीर से) भारतीय सेना यह साबित करना चाहती है कि हम अच्छे हैं और वे बुरे हैं। अब्दुल्ला ने बुधवार को इसे लेकर ट्वीट किया और सेना के जवान की दरियादिली वाली तस्वीर को साझा न करने की भी अपील की। 

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हर खूनी हिंसा प्रचार का टूल-अब्दुल्ला 

अब्दुल्ला ने कहा, कश्मीर में खूनी संघर्ष में हर चीज प्रोपेगांडा टूल बन जाती है। एक तीन साल के बच्चे के दुख को सारी दुनिया में प्रसारित किया जाता है ताकि यह संदेश दिया जा सके कि हम अच्छे हैं और वे बुरे हैं। हम उसके दुख को फिल्माए बिना भी उनकी तकलीफ को समझ सकते हैं। इसलिए कृपया, इसे (तस्वीर को) साझा न करें। उन्होंने कहा कि हम वर्दी वाले जवानों से इससे कम की उम्मीद नहीं करते हैं कि उन्होंने बच्चा का रेस्क्यू किया। इसके लिए हम उनके कृतज्ञ हैं। अब्दुल्ला ने कहा, च्लेकिन हम इस तस्वीर को खींचने और तीन साल के बच्चे के दर्द का इस्तेमाल करने, जैसा कि आज किया जा रहा है, से बेहतर की उनसे उम्मीद करते हैं।

आतंकियों ने घात लगाकर किया हमला 

गौरतलब है कि सोपोर में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था। दोनों तरफ से गोलीबारी में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि आतंकियों ने एक आम नागरिक की भी हत्या कर दी। जिस शख्स की हत्या हुई वह अपने पोते को लेकर कहीं जा रहे थे। गोली लगने के बाद शख्स जमीन पर गिरा हुआ था। खून से लथपथ शरीर के पास उनका पोता पहले बैठा रहा। घटनास्थल पर मौजूद एक जवान ने उस बच्चे को अपनी तरफ बुलाया। बच्चा उठकर उस जवान के पास गया। फिर एक अन्य जवान आतंकियों की गोली से बचाने के लिए एक बच्चे को हाथ में लेकर उसे सुरक्षित स्थान पर ले जा रहा है। बच्चे की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और लोग सेना के जवान की खूब सराहना कर रहे हैं। (navbharat times)

 

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