खेल
नई दिल्ली, 8 जुलाई। दर्शकों के बिना क्रिकेट मैच की कुछ महीने पहले तक कल्पना तक नहीं की जा सकती थी लेकिन कोरोना महामारी के चलते अब यह एक हकीकत बन गया है।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच बुधवार से शुरू हो रहे टेस्ट मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो रही है। करीब चार महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट शुरू हो रहा है। यह मैच खाली स्टेडियम में बिना दर्शकों के खेला जाएगा। टेस्ट क्रिकेट के 143 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमें जब मैदान में पहुंचेंगी तो उनका स्वागत करने के लिए स्टैंड में दर्शक मौजूद नहीं होंगे। बेशक, खिलाड़ी भी मैदान पर दर्शकों के जोश, पोस्टर्स और स्लोगन को मिस करेंगे। क्रिकेट के खेल में रोमांच बनाए रखने के लिए इन सबका अहम किरदार होता है।
बंद दरवाजों में खेली जाने वाली इस सीरीज में अंपायर्स, खिलाड़ी, रेफरी होंगे, लेकिन अपने पसंदीदा खिलाडिय़ों की हौसला अफजाई के लिए दर्शक नहीं होंगे। खिलाडिय़ों को गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल की इजाजत नहीं होगी। अगर कोई ऐसा करता है तो अंपायर दो बार चेतावनी देगा और तीसरी बार ऐसा करने पर टीम पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जाएगी। ट्रैवलिंग के नियम बहुत सख्त हैं इसलिए टेस्ट सीरीज में न्यट्रल अंपायर नहीं होंगे। स्थानीय अंपायर ही करेंगे अंपायरिंग। (navbharattimes.indiatimes.com)