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कॉलेज शिक्षकों को आना ही होगा-राज्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 जुलाई। केन्द्र सरकार ने स्कूल-कॉलेजों, और कोचिंग संस्थानों को 31 तक बंद करने के आदेश दिए हैं। स्कूल हो या कॉलेज स्टाफ को वर्क फ्राम होम के निर्देश जारी किए हैं, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग ने राजपत्रित अधिकारियों को कार्यदिवस पर शतप्रतिशत उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया है।
उच्च शिक्षा आयुक्त श्रीमती शारदा वर्मा का आदेश केन्द्र सरकार के दिशा निर्देश के ठीक विपरीत है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की सचिव सुश्री अनिता करवल ने 6 जुलाई को सभी मुख्य सचिव को पत्र लिखकर अनलॉक गाइडलाइन-2 का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। पत्र में यह कहा कि 31 जुलाई तक सभी स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। यथासंभव स्कूल-कॉलेज स्टाफ को भी घर पर रहकर ही काम करने की सुविधा देने के लिए कहा गया है।
केन्द्र की गाइडलाइन के खिलाफ उच्च शिक्षा आयुक्त के आदेश को लेकर हलचल मची हुई है। उच्च शिक्षा आयुक्त ने सभी विवि के कुलसचिव और महाविद्यालय के प्राचार्यों को लिखे पत्र में यह कहा गया कि विवि एवं महाविद्यालयों में शासकीय कार्य संचालन की दृष्टि से केवल कार्यालय प्रारंभ किया जाना है। इस अवधि में किसी भी प्रकार के अकादमिक गतिविधियां विवि और कार्यालयों द्वारा संचालित नहीं की जाए।
यह कहा गया है कि कार्यालय में राजपत्रित अधिकारियों की कार्य दिवस में शतप्रतिशत उपस्थिति होगी और अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति एक तिहाई होगी। राजपत्रित अधिकारियों की श्रेणी में सभी प्राध्यापक-सहायक प्राध्यापक आ जाते हैं ऐेसे में तकरीबन सभी प्राचार्यों द्वारा शिक्षण कार्य से जुड़े सारे स्टाफ को बुलाया जा रहा है। उच्च शिक्षा आयुक्त के आदेश को लेकर शिकवा-शिकायत भी हुई है। बहरहाल, इसको लेकर राज्य सरकार से नया आदेश जारी होने की भी उम्मीद जताई जा रही है।