सामान्य ज्ञान
मशीनगन के अविष्कार का श्रेय सर हीरम मैस्किम को जाता है जिनकी बनाई मैक्सिम मशीनगन ने जंग की तस्वीर बदल दी। हालांकि साउथहैंपटन के विलियम कैंटेलो मशीनगन के शुरूआती प्रारूप पर काम कर रहे थे। साल 1880 में उनके पब के नीचे बने एक कमरे से लगातार गोलियांa चलने की आवाज़ें आती रहती थीं। गोलियां दागने की रफ़्तार सामान्य राइफ़ल से कई गुना ज़्यादा थी। एक इंजीनियर और राइफ़ल निर्माता केंटेलो ने एक दिन अपने बेटों को कहा कि उन्होंने मशीनगन बना ली है। उन्होंने इसे पैक किया और इसे बेचने के लिए निकल गए। लेकिन मशीनगन को इज़ाद करने का श्रेय विलियम केंटेलो को नहीं मिला। यह श्रेय मैक्सिम को गया। मशीनगन के साथ मैक्सिम का नाम जुड़ा था- उसे मैक्सिम गन कहा जाता था।
कैंटेलो की कहानी पहली बार 1930 में सामने आई जब एक स्थानीय अख़बार ने एक लेख में कैंटलो और मैक्सिम की तस्वीरें छापीं। दोनों आश्चर्यजनक रूप से एक जैसे लगते थे। विलियम कैंटेलो के बेटों ने बताया कि वह तस्वीर उनके पिता की ही थी। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कैंटलो और मैक्सिम एक ही इंसान थे या फिर अलग-अलग। फिलहाल मशीनगन के आविष्कारक के रूप में मैक्सिम का ही नाम लिया जाता है।
विक्टोरियन युग के उत्तरार्ध और एडवर्डियन युग के समय उद्योग में बनने वाली यह मशीनगन लोगों का पसंदीदा हथियार था।