सामान्य ज्ञान
‘केन-बेतवा लिंक परियोजना केंद्र सरकार की एक योजना है। इसका उद्देश्य केन-बेतवा नदी को आपस में जोडऩा है। इन दोनों नदियों के आपस में जुडऩे से बुंदेलखंड की छह लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
‘केन-बेतवा लिंक परियोजना’ से उत्तर प्रदेश में झांसी, महोबा और बांदा जबकि मध्य प्रदेश के छतरपुर, टीकमगढ़ और पन्ना जिलों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। इस परियोजना में लगभग 9 हजार करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। केन से बेतवा को जोडऩे के लिए 221 किलोमीटर लंबी नहर बनाई जाएगी।
‘नदी-जोड़ो परियोजना’ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (राजग) की महत्वाकांक्षी परियोजना में से एक है। इसका क्रियान्वयन इस मामले को अदालत में जाने की वजह से अवरुद्ध हुआ। पर्यावरण परिस्थितियों पर ‘नदी-जोड़ो परियोजना’ के पडऩे वाले प्रभावों के परिपेक्ष्य में भी पर्यावरणविदों द्वारा इसका विरोध किया जाता रहा है।