राष्ट्रीय
ग्वालियर, 2 अगस्त (आईएएनएस)| देश के अग्रणी खेल शिक्षण संस्थानों में से एक-लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान (एलएनआईपीई) के कुलपति प्रो. दिलीप कुमार डुरेहा का मानना है कि एलएनआईपीइ और ऐसे अन्य शिक्षण संस्थानों के लिए नई शिक्षा नीति 2020 ने आगे बढ़ने की संभावनाओं के द्वार खोल दिये हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शारीरिक शिक्षा और खेलकूद को अब मुख्य विषय के रूप में मान्यता मिली है और यह प्राथमिक कक्षाओं से ही बच्चों को पढ़ाया जाएगा
कुलपति प्रो. डुरेहा ने एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई, जिसका विषय था नई शिक्षा नीति पर चर्चा। इस दौरान उन्होंने नई नीति के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं और बताया कि शारीरिक शिक्षा से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा वर्षों से की जा रही कोशिश का नतीजा है कि नई नीति में इस विषय को भी स्थान मिला है
उन्होंने इस दौरान प्रमुख रूप से संस्थान के परीक्षा नियंता डॉ. जी. डी. घई के प्रयासों का भी उल्लेख किया। प्रो. घई ने एनसीईआरटी के लिए शारीरिक शिक्षा का नया पाठ्यक्रम बनाने पर काम किया है।
कुलपति ने बैठक के दौरान स्थानीय भाषा में पढ़ाई, विद्यार्थियों के बीच में कोर्स छोड़ने पर सर्टिफिकेट की व्यवस्था आदि के बारे में भी विस्तार से बताया। कहा कि 34 वर्ष बाद आई यह नई शिक्षा नीति पठन पाठन के क्षेत्र में क्रांति लाएगी। बजट बढ़ाने और क्षेत्रीय भाषा को महत्व देने के चलते अब देश के सुदूरवर्ती हिस्सों से भी मेधा सामने आएगी।