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एक लाख ईनामी नक्सल का समर्पण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 3 अगस्त। दंतेवाड़ा में नक्सल सप्ताह के आखिरी दिन पुलिस की संयुक्त टीम ने 3 विस्फटोक बरामद किया, वहीं एक नक्सल आरोपी ने आत्मसमर्पण किया। इस जन मिलिशिया कमांडर पर राज्य शासन द्वारा 1 लाख रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था।
नक्सल सप्ताह के अंतिम दिन सोमवार को पुलिस को खुफिया सूचना मिली कि पुलिस थाना किरंदुल के अति संवेदनशील हिरोली गांव और आश्रित गांव पीरनार के मध्य उच्च शक्तिशाली विस्फोटक लगाए गए हैं। जिला आरक्षी बल और किरंदुल थाना बल उक्त जगह की ओर रवाना हुए। वहां पुलिस को संदिग्ध तार दिखाई दिया। जिसकी बारीकी से जांच करने पर एक 10 किलोग्राम वजन का विस्फोटक मिला। जिसे बम निरोधक दस्ते द्वारा निष्क्रिय किया गया। इसी स्थान पर ही दो और आईईडी नजर आए। जिनको भी बम निरोधक दस्ते द्वारा सावधानीपूर्वक बरामद कर लिया गया।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि यह आईईडी सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से ही लगाए गया था। इसके माध्यम से नक्सलियों की बड़ी वारदात करने की योजना थी। इसके पर्दाफाश होने से नक्सलियों की घातक योजना पर पानी फिर गया।
जन मिलिशिया कमांडर का समर्पण
सोमवार को जन मिलिशिया कमांडर गुड्डी कर्मा ने पुलिस अफसरों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। गौरतलब है कि घर वापस आइए अभियान के अंतर्गत 3 अगस्त तक 70 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया जा चुका है। इस अभियान को ऐतिहासिक सफलता मिली है।
उल्लेखनीय है कि गुड्डी कर्मा ने घर वापस आइए अभियान में नाम आने के बाद आत्मसमर्पण करने का निश्चय किया। उक्त नक्सली भरमार बंदूक से लैस रहता था। इसके खिलाफ पुलिस के रिकॉर्ड में 10 से अधिक अपराध दर्ज है।
पुलिस अधीक्षक श्री पल्लव ने नक्सल शहीद सप्ताह में पुलिस की सफलताओं पर खुलासा किया कि ग्रामीणों की विचारधारा में बदलाव आया है। पुलिस की विश्वसनीयता बढ़ी है। इसके इसी वजह से पुलिस को सटीक सूचनाएं मिल रही हैं। इससे पुलिस की सफलताओं का ग्राफ तेजी से बढ़ा है।