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अफगानिस्तान की जेल पर हमला करके बहुत से लोगों को मारने वाले एक आत्मघाती बमबाज के बारे में एक पत्रकार और लेखक राहुल पंडित ने लिखा है कि कालूकेट्टिया पुरायिल इजास नाम का यह व्यक्ति केरल का रहने वाला है। उन्होंने यह जानकारी खुफिया सूत्रों से मिली हुई बताई है। उन्होंने लिखा है कि यह आदमी अपने परिवार के साथ 2016 में हैदराबाद से मशकट होते हुए अफगानिस्तान चले गया था, और उसकी पत्नी और बच्चा अभी अफगान अधिकारियों के कब्जे में है।
इस्लामिक स्टेट गु्रप के उग्रवादियों ने सोमवार की सुबह अफगानिस्तानी सुरक्षा बलों के साथ जलालाबाद के पूर्वी भाग में संघर्ष को अंजाम दिया। अधिकारियों ने बताया कि इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने जेल तोडक़र कैदियों को निकाल बाहर करने के लिए पूरी रात सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष किया। यह संघर्ष अभी जारी है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस लड़ाई की शुरूआत रविवार की शाम को हुई जब कारागार के गेट पर कार में बम धमाका हुआ। उन्होंने कहा कि हमने इसके बाद एक के बाद एक कई धमाकों की जोरदार आवाजें सुनीं और आईएस बंदूकधारियों ने सुरक्षा गार्ड पर भी गोलियां चलाई।
नान्गरहर प्रांत के अधिकारियों ने बताया कि रात भर चली गोलीबारी में 21 नागरिकों की जान चली गई और करीब 43 लोग घायल हो गए। इस घटना से मची अफरातफरी में करीब 75 कैदी जेल से भाग निकले। पुलिस उन्हें दोबारा पकड़ कर जेल में डालने के लिए अभियान चला रही है।
इस हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ली है। अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी ने बताया कि स्पेशल फोर्सेस ने जलालाबाद के नजदीक आईएस समूह के सीनियर कमांडर को मार गिराया। इस घटना के बाद जेल तोडक़र कैदियों को छुड़ाने की घटना घटी। इस हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ले ली।
सोहराब कादरी प्रांत के काउंसिल मेंबर ने कहा कि कारागार के बाहर कार में बम का धमाका बहुत जोरदार हुआ। इसके बाद दो थोड़े कम शक्तिशाली बम धमाके हुए। इसके बाद हमलावरों और पुलिस के बीच संघर्ष शुरू हो गया और यह रविवार की शाम को शुरू हुआ और सोमवार की सुबह तक चलता रहा।