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विवाद बरकरार, असंतुष्ट कोर्ट की तैयारी में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 अगस्त। रायपुर के सबसे बड़े अस्पताल एमएमआई ट्रस्ट प्रबंध समिति का मंगलवार को निर्विरोध चुनाव हुआ। इसमें लूनकरण जैन समिति के अध्यक्ष और महेन्द्र धाड़ीवाल सचिव चुने गए। बताया गया कि सरकार के आदेश के बाद चुनाव हुए हैं, लेकिन एक धड़ा इसकी खिलाफत कर रहा है और चुनाव को अदालत में चुनौती देने जा रहा है।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ ने लालपुर स्थित एमएमआई ट्रस्ट की समिति विवाद की सुनवाई की थी। प्रमुख सचिव ने 11 सदस्यों के बीच में चुनाव कराने के आदेश दिए थे। इस आदेश के बाद मंगलवार को एमएमआई ट्रस्ट का चुनाव हुआ और लूनकरण जैन निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए।
समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर रेखचंद लुनिया, उपाध्यक्ष शांतिलाल बरडिय़ा, सचिव महेन्द्र धाड़ीवाल और कोषाध्यक्ष पद पर प्रदीप गुप्ता निर्वाचित हुए। दो सदस्य गैर हाजिर रहे। एक सदस्य बीमार होने के कारण बैठक में उपस्थित नहीं हो पाए। नवनिर्वाचित सचिव महेन्द्र धाड़ीवाल ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि प्रमुख सचिव द्वारा पारित आदेशों के अनुसार चुनाव कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी को आपत्ति है, तो वे अदालत जाने के लिए स्वतंत्र हैं।
दूसरी तरफ, एमएमआई ट्रस्ट के पूर्व कोषाध्यक्ष रामअवतार अग्रवाल को पूरी प्रक्रिया को अवैधानिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रमुख सचिव ने 21 दिन के भीतर चुनाव कराने के आदेश दिए थे। जबकि वर्तमान में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में चुनाव नहीं हो सकता है। ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष सुरेश गोयल ने सभी सदस्यों को पत्र लिखकर इसकी जानकारी भी दे दी थी।
श्री अग्रवाल ने यह भी बताया कि प्रमुख सचिव ने श्री गोयल को चुनाव कराने के आदेश दिए थे। ऐसे में चुनाव प्रक्रिया सिर्फ श्री गोयल द्वारा ही कराई जा सकती थी, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं दी गई। उन्होंने यह भी बताया कि 11 में से 8 सदस्य ही रह गए हैं, लेकिन इसकी सूचना सरकार को नहीं दी गई। यह जानकारी छिपाकर रखी गई। लिहाजा पूरी प्रक्रिया ही अवैधानिक है। यह भी बताया गया कि गोयल समर्थकों ने हाईकोर्ट में याचिका भी लगाई है। बहरहाल, चुनाव होने के बाद भी विवाद सुलझने की संभावना कम दिखाई दे रही है।