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नई दिल्ली, 5 अगस्त। इंडियन प्रीमियर लीग के आयोजन की तारीख के एलान के बाद यह सवाल कायम था कि खिलाडिय़ों के परिवार यूएई जा पाएंगे या नहीं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अब इस सवाल का जवाब दे दिया है। बीसीसीआई ने खिलाडिय़ों के साथ उनकी पत्नी और गर्लफ्रेंड को यूएई ले जाने का फैसला फ्रेंचाइजी पर छोड़ा है। हालांकि बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि सभी टीमों के साथ जो परिवार का जो भी सदस्य यूएई जाएगा उसे बायो सिक्योर प्रोटोकॉल का पालन करना ही होगा।
बीसीसीआई का कहना है कि खिलाडिय़ों के परिवार के सदस्य अगर यूएई जाते हैं तो उन पर भी सख्त प्रोटोकॉल लागू होगा। किसी भी सदस्य को बायो सिक्योर वातावरण के बाहर जाने की इजाजत नहीं मिलेगी। सभी लोगों को यूएई में हमेशा मास्क का इस्तेमाल करना होगा और सोशल डिस्टेंस भी बना कर रखा होगा।
इसके अलवा परिवार के सदस्यों को मैदान पर मैच देखने या फिर प्रैक्टिस सेशन में जाने की इजाजत नहीं होगी। अगर कोई भी सदस्य बायो सिक्योर प्रोटोकॉल को तोड़ता है तो उसे सात दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाएगा। छठे और सातवें दिन जब उस सदस्य के दो कोरोना वायरस टेस्ट भी होंगे।
हालांकि कोरोना वायरस टेस्ट का नियम खिलाडिय़ों पर भी लागू है। बीसीसीआई ने बताया है कि हर पांचवें दिन क्रिकेटर्स का कोविड 19 टेस्ट होगा। दुबई जाने से पहले इंडिया में प्रैक्टिस के दौरान भी खिलाडिय़ों के कम से कम पांच बार कोरोना वायरस के टेस्ट होंगे।
बता दें कि कोरोना वायरस के कहर की वजह से ही बीसीसीआई ने इस साल इंडिया के बजाए यूएई में आईपीएल करवाने का फैसला किया है। इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का आयोजन 19 सितंबर से मैदान पर बिना दर्शकों के ही होगा। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं टूर्नामेंट के बीच में मैदान पर कुछ दर्शकों को आने की इजाजत दी जा सकती है। टूर्नामेंट का फाइनल 10 नवंबर को खेला जाएगा। (एनडीटीवी)