सामान्य ज्ञान

इरोम चानू शर्मिला
10-Aug-2020 12:11 PM
इरोम चानू शर्मिला

मणिपुर की 44 वर्षीय मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम चानू शर्मिला ने 9 अगस्त 2016 को 16 साल से जारी अपना अनशन तोड़ दिया। अनशन तोड़ते वक्त बहुत भावुक होते हुए आयरन लेडी ने सीएम बनकर लोगों की सेवा करने की इच्छा जाहिर की।

शर्मिला अपने 9 भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं, लेकिन, उनका बचपन अकेले ही बीता। शर्मिला की परवरिश उनके पड़ोसियों के हाथों हुई है। इरोम की पढ़ाई-लिखाई में ज्यादा रुचि नहीं रही। उन्होंने सिर्फ 12वीं क्लास तक पढ़ाई की है। अपनी युवावस्था में इरोम शर्मिला को बाइक चलाने का बहुत शौक था। टिपिकल घरेलू लड़कियों वाली आदतों से वह दूर ही रहती थीं। पूरा परिवार मांसाहारी होने के बावजूद इरोम पूरी तरह से शाकाहारी हैं। 

इरोम जब छोटी थीं, तब से ही समाजसेवा की भावना उनके मन में बस गई थी। वह मुर्गियां पालकर उनके अंडे बेचकर इन पैसों को एक स्थानीय स्कूल में दान कर देती थीं। शर्मिला ने मणिपुर के एक स्थानीय समाचार पत्र में काम करने के दौरान अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज हमेशा बुलंद की। वह अक्सर धरना-प्रदर्शन और रैलियों में हिस्सा लेती थीं। इरोम अपनी दादी के काफी करीब थीं और उनको अपना रोल मॉडल मानती थीं। 2008 में उनकी दादी की 105 साल की उम्र में मृत्यु हो गई थी।

राज्य में आफ्सपा कानून के खिलाफ इरोम शर्मिला वर्ष 2000 में मात्र 28 साल की उम्र में भूख हड़ताल पर बैठीं थीं। इस दौरान उनकी तबीयत कई बार बिगड़ी, यहां तक कि उन पर आत्महत्या की कोशिश करने का मुकदमा चलाने के लिए अदालत में आरोप तक तय कर दिए गए। लेकिन, वह अपने निर्णय से नहीं डिगीं। इस तरह उनके अनशन को 16 साल हो गए, यह अब तक की सबसे लंबी भूख हड़ताल है। साल 2000 से, जब से वह अनशन पर बैठी थीं, तब से ही इरोम ने बालों में कंघी नहीं की और न ही ब्रश किया। वह अपने दांतों को कॉटन से साफ कर लेती थीं। इन 16 सालों के दौरान न तो उन्होंने कुछ खाया और न ही पिया। उन्हें अस्पताल में नली की सहायता से तरल पदार्थ दिया जाता है। अनशन के दौरान इरोम को जिस हॉस्पिटल में रखा गया था वह अब उनका पर्सनल रूम बन चुका है। दुनियाभर से उनके लिए आए गिफ्ट इसी कमरे में रखे हैं। इरोम के मंगेतर 53 वर्षीय डेसमंड कूटीन्यो केरल में रहते हैं। ब्रिटिश मूल के डेसमंड के साथ इरोम ने शादी करने की इच्छा जाहिर की है। डेसमंड को इसी दिन का इंतजार था। वह उनके अनशन की वजह से उनके संपर्क में आए और उनको अपना दिल दे बैठे। 
 

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