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रायपुर, 11 अगस्त। कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिय़ा ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मगेलाल मालू, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, प्रदेश महामंत्री जितेन्द्र दोशी, प्रदेश कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार राठी ने बताया कि कैट ने आज केंद्रीय संचार और प्रोध्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद को पत्र भेजकर भारत में 5जी नेटवर्क रोल आउट में चीनी कम्पनी हुवावे और जेडटीई कॉर्पोरेशन के भाग लेने पर तुरंत प्रतिबंध लगाने की अपनी मांग करते हुए कहा कि देश की सुरक्षा, संप्रभुता और डाटा सुरक्षा के लिए यह प्रतिबन्ध बेहद आवश्यक है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि प्रसाद को भेजे पत्र में चीन के हुवावे एवं जेडटीई कॉर्पोरेशन को भारत में 5जी नेटवर्क रोलआउट में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही सरकार यह भी प्रतिबन्ध लगाए की इन दोनों चीनी कम्पनियों की प्रौद्योगिकी और उनके उपकरणों को किसी भी कंपनी द्वारा 5जी नेटवर्क रोलआउट में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
श्री पारवानी ने कहा कि यह पता चला है कि हुवावे और जेडटीई दोनों चीनी कंपनियों ने भारत में रोल आउट किए जाने के लिए 5जी नेटवर्क के बुनियादी ढांचे में भाग लेने के लिए आवेदन किया है। जून के महीने में सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का हवाला देते हुए कैट ने कहा की यदि चीनी कम्पनियों को यह अनुमति दी जाती है तो वे निश्चित रूप से 5जी नेटवर्क के लिए आवश्यक सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर बनाने के अवसर को हड़पने का एक मौका होगा और भारतीय दूर संचार पर चीनी कम्पनियों का लगभग कब्जा करने का मार्गप्रशस्त करेगा जबकि प्रतिबंध लगने की स्थिति में भारतीय कम्पनियों को अपनी टेक्नॉलजी को उचित स्तरीय करने का अवसर मिलेगा जो देश के निर्यात और आयात में सुधार के लिए काफी हद तक फायदेमंद होगा वहीं दूसरी ओर यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत को सफल बनाने का एक बेहद बड़ा मौका होगा।