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रायपुर, 27 अगस्त। आई टी उद्द्यमिता 2020 का आज पहला सत्र था। इसके आगामी दो सत्र 30 अगस्त और 5 सितम्बर को होने बाकी है जिसमे अंतराष्ट्रीय स्तर के स्पीकर्स सम्मिलित होंगे और अपने व्यूज साझा करेंगे। मैट्स विश्वविद्यालय के प्रबंधन ने हर्ष व्यक्त किया और आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम की निरंतरता को बनाये रखने का आश्वाशन दिया। डॉ रीता दीवानजी, विभागाध्यक्षा ने सत्र के अंत में सभी का आभार व्यक्त किया और आगे आने वाले सत्रों की जानकारी दी। इस सत्र का ऑनलाइन प्रसारण यूट्यूब,फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट लाइव पर मैट्स स्कूल ऑफ़ आई टी के आधिकारिक पृष्ठ पर किया गया।
डॉ. पवन अग्रवाल मैट्स स्कूल ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के आई टी उद्द्यमिता 2020 के कार्यक्रम में ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से मुंबई से जुड़े थे। उन्होंने अपने सेशन में मुंबई डब्बावालो द्वारा अपने निरंतर 100 से भी ज्यादा वर्षों के कठिन परिश्रम से उनके द्वारा ग्राहकों के संतुष्ट सेवाएं देने के कारण सिक्स सिग्मा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया, का उदाहरण देते हुए सतत और कठिन परिश्रम की सार्थकता को समझाया।
डॉ. दीपिका ढांड जो की विश्वविद्यलाय की प्रो वाईस चांसलर है उन्होंने आए टी की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया की क्यों स्टार्टउप आइडियाज शुरू तोह होते है लेकिन समय के साथ वो धीमे होकर बांध हो जाते है। उन्होंने ने माइक्रोसॉफ्ट और अन्य कई कंपनियों के उदाहरण देते हुए बताया की कैसे हम बदलते हुए समय की जरूरतों को समझे और जीवन में आगे बढे।